सोल : छठे परमाणु परीक्षण कर दुनिया में हलचल मचाने वाला देश उत्तर कोरिया को लेकर आज संयुक्त राष्ट्र संघ में बैठक जारी है. बताया जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण कर दुनिया के सामने परेशानी खड़ी कर दी है. कल उत्तर कोरिया में हाइड्रोजन बम विस्फोट का परीक्षण किया गया. विस्फोट की तीव्रता इतनी थी कि आसपास के इलाके थर्रा उठे. भूगर्भशास्त्रियों के मुताबिक रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.7 थी.
उत्तर कोरिया के इस फैसले पर अमेरिका, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस सहित कई देशों ने चिंता जाहिर की है. दक्षिण कोरियाई सेना ने कहा कि उसने अपनी निगरानी और तैयारी बढ़ा दी है और उन संभावित प्रतिक्रियाओं पर विचार कर रहा है जिन्हें अमेरिका के साथ मिलकर अंजाम दिया जा सकता है. उत्तर कोरिया जिन तीन देशों का लगातार धमकी देते आया है. उनमें दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका शामिल है. एक सप्ताह पहले उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर मिसाइल भी छोड़ी थी. उस वक्त से दुनिया के शेयरों बाजारों पर नकरात्मक असर पड़ना शुरू हो गया है.
अपने अजीबोगरीब हरकत की वजह से सुर्खियों में रहने वाले उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग को लेकर तमाम तरह की कहानियां हैं. उन्हें एक सनकी शासक कहा जाता है लेकिन उत्तर कोरिया और साउथ कोरिया की भौगौलिक और राजनीतिक स्थिति को समझने के लिए संयुक्त कोरिया की कहानी को समझना आवश्यक है. द्वितीय विश्वयुद्ध से पहले उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया दोनों देश को संयुक्त रूप से ‘कोरिया’ के नाम से जाना जाता था. कोरिया पर जापान के सम्राट का शासन था. लेकिन 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद जब जापान के शासन से कोरिया मुक्त हुआ तो दो भागों में बंट गया. यहीं से दोनों देश के रास्ते अलग हो गये. उत्तर कोरिया समाजवादी देश रूस के हाथ में चला गया. वहीं दक्षिण कोरिया पूंजीवादी देश अमेरिका के प्रभाव में आ गया.
एक ही भूभाग में जन्मे और समान संस्कृति में पले – बढ़े लोगों की किस्मत बदल गयी. उत्तर कोरिया के पहले शासक किम- ii सुंग हुए. किम -ii सुंग के बारे में कहा जाता है कि वह कम्युनिस्ट विचारधारा से प्रभावित थे और उन्होंने गुरिल्ला लड़ाई में हिस्सा लिया था. उधर दक्षिण कोरिया में शासन का जिम्मा सिंगमेन री के हाथों में आया. प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर चुके सिंगमैन री की छवि शुरुआत से ही कम्युनिस्ट विरोधी थी. अमेरिका के सहयोग से दक्षिण कोरिया ने आर्थिक मजबूती की ओर कदम बढ़ाना शुरू किया.
फिर इसके कुछ दिनों बाद दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया को एक साथ मिलाने की कोशिशे तेज होने लगी. किम – II सुंग ने दक्षिण कोरिया में आक्रमण कर दिया. उत्तर कोरिया को इस हमले में चीन और रूस का भी सहयोग मिला. बताया जाता है कि 1950 में हुए इस हमले में कई सैनिकों की जान गयी और भयानक नुकसान के बाद 1953 में यह युद्ध शांत हो सका. दोनों देशों के अलग हुए 70 साल हो गये लेकिन तनाव अब भी कम नहीं है. इस बंटवारे में तो एक ही परिवार मे जन्में कई लोग अलग हो गये.
उत्तर कोरिया को लेकर हैं कई रहस्य
उत्तर कोरिया के पहले शासक किम II सूंग ने देश में शासन की उस तरह की नीतियों की घोषणा की, जिसके तहत उत्तर कोरिया आत्मनिर्भर हो सके. दुनिया के अन्य देशों से उत्तर कोरिया के राजनायिक संबंध नहीं के बराबर है. उत्तर कोरिया दुनिया के उन देशों में शुमार है जो अपने जीडीपी का बड़ा हिस्सा (22.30) प्रतिशत रक्षा बजट में खर्च करता है. दक्षिण कोरिया की गिनती एक समृद्ध देश के रूप में होती है. सैमसंग जैसी बड़ी अग्रणी कंपनियां दक्षिण कोरिया में हैं. वहीं उत्तर कोरिया की अर्थव्यवस्ता एक कमजोर अर्थव्यवस्था बनकर रह गयी है. हायर एजुकेशन, इंटरनेट स्पीड और रिसर्च में दक्षिण कोरिया अव्वल है. उत्तर कोरिया की प्रतिव्यक्ति आय जहां 18,00 डॉलर है वहीं साउथ कोरिया की प्रतिव्यक्ति आय 32,400 डॉलर है.