Nothing Phone 3a: नथिंग फोन 3a स्मार्टफोन बाजार में तहलका मचाने के लिए पूरी तरह तैयार है. नथिंग कंपनी अपने इस नए डिवाइस को 4 मार्च 2025 को मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस (MWC) में लॉन्च करेगी. यह स्मार्टफोन अपनी पारदर्शी डिजाइन, एडवांस कैमरा और एआई इंटीग्रेशन के साथ एक अनोखा अनुभव प्रदान करेगा. आइए जानते हैं इस स्मार्टफोन के फीचर्स, स्पेसिफिकेशन और लॉन्च से जुड़ी सभी अहम जानकारियां.
नथिंग फोन 3a की प्रमुख विशेषताएं
1. डिस्प्ले और डिजाइन:
नथिंग फोन 3a में 6.72 इंच का OLED डिस्प्ले होगा, जो 120Hz रिफ्रेश रेट और 3000 निट्स की पीक ब्राइटनेस के साथ आएगा. फोन की सबसे खास बात इसकी पारदर्शी बैक पैनल और ग्लिफ लाइटिंग डिजाइन है. इस बार कंपनी ने एक नया हॉरिजॉन्टल कैमरा बार भी जोड़ा है, जो इसे और आकर्षक बनाता है.
2. कैमरा सेटअप:
फोन में ट्रिपल रियर कैमरा दिया गया है:50MP का प्राइमरी सेंसर50MP का अल्ट्रा-वाइड लेंस8MP का टेलीफोटो लेंस (2x ऑप्टिकल जूम के साथ)सेल्फी के लिए इसमें 50MP का हाई-रेजॉल्यूशन कैमरा होगा, जो शानदार इमेज क्वालिटी सुनिश्चित करेगा.
3. प्रॉसेसर और परफॉर्मेंस
नथिंग फोन 3a में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 7s Gen 3 चिपसेट होगा, जो मल्टीटास्किंग और गेमिंग के लिए शानदार परफॉर्मेंस प्रदान करेगा. यह फोन एंड्रॉयड 15 आधारित नथिंग OS 3.0 पर चलेगा. इसके अलावा, इसमें 12GB रैम और 256GB स्टोरेज का विकल्प मिलेगा.
4. बैटरी और चार्जिंग
फोन में 5000mAh की बैटरी होगी, जो 45W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करेगी. कंपनी का दावा है कि यह बैटरी सिर्फ 30 मिनट में 50% तक चार्ज हो सकती है.
5. नया ‘एसेंशियल की’ फीचर
नथिंग फोन 3a में एक नया ‘एसेंशियल की’ बटन जोड़ा गया है, जो एआई-संचालित फीचर्स को एक्टिव करेगा. इस बटन की मदद से यूजर्स फटाफट फोटो खींच सकते हैं, वॉयस नोट्स रिकॉर्ड कर सकते हैं और अन्य कार्यों को आसानी से पूरा कर सकते हैं.
लॉन्च डेट और संभावित कीमत
4 मार्च 2025 को लॉन्च होने वाला यह स्मार्टफोन 35,000 से 40,000 रुपये की कीमत में भारतीय बाजार में उपलब्ध हो सकता है. नथिंग फोन 3a अपनी अत्याधुनिक तकनीक, आकर्षक डिजाइन और एआई इंटीग्रेशन के साथ बाजार में नई ऊंचाइयां छूने की तैयारी में है. यह स्मार्टफोन उन यूजर्स के लिए एक बेहतरीन विकल्प होगा, जो स्टाइल और परफॉर्मेंस दोनों की तलाश में हैं.
पढ़ें प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी : Delimitation : लोकसभा चुनाव 2029 में सीटों की संख्या बढ़ने से डर क्यों रहे हैं एमके स्टालिन?