देश की दूसरी टॉप प्राइवेट टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल (Airtel) ने ऑनलाइन धोखाधड़ी से अपने झारखंड-बिहार के यूजर्स को बचाने के अपने मिशन में महत्वपूर्ण प्रगति की घोषणा की है. Airtel ने देशभर में AI-बेस्ड फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम के लॉन्च के महज 37 दिनों के अंदर राज्य भर में 61 लाख से अधिक यूजर्स को सफलतापूर्वक ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षित किया है.

रियल टाइम में करता है काम
Airtel की यह एडवांस्ड AI-बेस्ड फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम सभी एयरटेल मोबाइल और ब्रॉडबैंड यूजर्स के लिए ऑटोमैटिक रूप से एक्टिव होती है. यह सिस्टम SMS से लेकर WhatsApp, Telgram, Facebook, Instagram, Email और अन्य ब्राउजर्स पर भेजे गए लिंक को स्कैन और फिल्टर करती है. साथ ही एयरटेल की ये टेक्निक रियल टाइम थ्रेट इंटेलिजेंस (साइबर ख़तरों की तात्कालिक जानकारी) का इस्तेमाल करती है और रोजाना 1 अरब से ज्यादा URL की जांच करती है. जिससे यूजर्स के किसी भी खतरनाक साइट पर पहुंचने से पहले ही यह सिस्टम महज 100 मिलीसेकंड में उसे ब्लॉक कर देता है.
उदाहरण के लिए, अगर रांची का कोई भी एयरटेल यूजर किसी तरह का संदिग्ध मैसेज जैसे “आपका पार्सल डिले हो गया है. इस लिंक पर क्लिक इसे ट्रैक करें.” ऐसे में जैसे ही यूजर उस लिंक पर क्लिक करता है, तो एयरटेल का AI-सिस्टम तुरंत एक्टिव हो जाता है. यह सिस्टम SMS में आए लिंक को स्कैन करता है और कुछ संदिग्ध मिलने पर तुरंत उसे ब्लॉक कर देता है. जिसके बाद एयरटेल यूजर को एक चेतावनी संदेश पर रीडायरेक्ट कर दिया जाता है. जिसमें लिखा होता है कि, ‘Airtel द्वारा इस पेज को खतरनाक पाया गया है, इसलिए इसे ब्लॉक कर दिया गया है.’ सबसे खास बात तो यह है कि यह सारा प्रोसेस रियल टाइम में होता है. इसी तरह से Airtel अपने लाखों यूजर्स को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचा रहा है.
तेजी से फ्रॉड का शिकार हो रहे लोग
वहीं, एयरटेल के इस नई पहल पर भारती एयरटेल के बिहार-झारखंड सर्किल के सीईओ सुजय चक्रवर्ती ने कहा कि,“एयरटेल अपने ग्राहकों को हर प्रकार की धोखाधड़ी से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है. हमें खुशी है कि हमने एक ऐसा AI-सिस्टम विकसित किया है, जो हर प्लेटफॉर्म पर यूजर्स की सुरक्षा करता है और इंटरनेट को सभी के लिए अधिक सुरक्षित बनाता है. हमें विश्वास है कि हमारा यह समाधान झारखंड में ग्राहकों को संपूर्ण सुरक्षा प्रदान करेगा और उन्हें आत्मविश्वास के साथ डिजिटल सेवाओं का उपयोग करने में सक्षम बनाएगा.”
सीईओ सुजय चक्रवर्ती ने कहा कि, झारखंड को देश के सबसे अधिक डिजिटल रूप से विकसित राज्यों में गिना जाता है. लेकिन इसके साथ ही यहां ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटनाएं भी तेज़ी से बढ़ रही हैं. अब चाहे वह शहरी क्षेत्र हो या फिर ग्रामीण. फ्रॉड करने वाले अब फिशिंग लिंक, नकली डिलीवरी संदेश और जाली बैंक अलर्ट के जरिए लोगों को निशाना बना रहे हैं. रांची, जमशेदपुर, धनबाद, देवघर, दुमका, साहिबगंज, रामगढ़, हजारीबाग, गिरिडीह और पाकुड़ जैसे शहरों के साथ-साथ डाल्टनगंज और चतरा जैसे कस्बों में भी ऐसे मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई है. एयरटेल का यह समाधान पूरे राज्य के लिए एक डिजिटल सुरक्षा कवच का कार्य करता है. जिससे कई बुजुर्ग, ग्रहणी, छात्र, और पहली बार स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे यूजर्स को साइबर अपराध से बचाया जा रहा है.
सीईओ सुजय चक्रवर्ती ने बताया कि, एयरटेल का यह AI-संचालित प्लेटफॉर्म यूजर्स को उनकी पसंदीदा भाषा में फ्रॉड अलर्ट भेजता है. जिसमें हिंदी भी शामिल है. इससे यह राज्य की विविध भाषाई और सामाजिक पृष्ठभूमि वाले लोगों के लिए बेहद उपयोगी बन गया है. यह बहुभाषी सुविधा विशेष रूप से उन क्षेत्रों में प्रभावशाली साबित हो रही है, जहां डिजिटल साक्षरता सीमित है या अंग्रेजी भाषा का कम इस्तेमाल किया जाता है. एयरटेल का ये सिस्टम चुपचाप से बैकग्राउंड में बिना किसी अतिरिक्त इंस्टॉलेशन के काम करता है और एयरटेल यूजर्स के लिए पूरी तरह फ्री है.
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