काफी संख्या में समर्थक तीर-धनुष लेकर एक रैली निकाली और पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के निकट पहुंचे. यहां पुलिस ने उनकी रैली रोक दी. उसी समय पुलिस अधीक्षक अमिताभ माइती अपनी गाड़ी से कार्यालय आ रहे थे.
आदिवासियों ने उनकी गाड़ी को घेर कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. श्री माइती अपनी गाड़ी से उतर गये और पैदल ही कार्यालय तक पहुंचे. आदिवासी विकास परिषद के सचिव राजू सहनी ने बताया है कि बारोपठिया ग्राम पंचायत के प्रधान कृष्ण दास कालीबाड़ी इलाके में रह रहे एक आदिवासी परिवार पर अत्याचार कर रहे हैं. उनके साथ मारपीट की गई है. पुलिस में शिकायत दर्ज कराये जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उन्होंने तृणमूल के पंचायत प्रधान को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की.
उन्होंने आगे कहा कि 15-20 दिन पहले बोदागंज इलाके से मीना उरांव नामक एक आदिवासी महिला का विवस्त्र शव बरामद हुआ है. दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की आशंका की जा रही है. पुलिस अब तक दोषियों को नहीं पकड़ पायी है. उन्होंने आगे कहा कि आदिवासियों पर और भी कई अत्याचार के मामले सामने आये हैं, जिसकी शिकायत थाने में दर्ज कराये जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. सात-आठ महीने पहले मोहितनगर इलाके से एक 12 वर्षीय आदिवासी बच्चा राजेश मूंडा गायब है. पुलिस उसकी तलाश नहीं कर पायी है. बाद में पुलिस अधीक्षक ने आदिवासी नेताओं से बातचीत की और सभी मामलों में तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया. उसके बाद आदिवासियों ने अपना विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया.