सिलीगुड़ी: दार्जिलिंग लोकसभा सीट के पूर्व भाजपा सांसद जसवंत सिंह बीते पांच वर्षो में छह बार भी नहीं आये. जब पहाड़ रो रहा था, कभी उन्होंने पहाड़-समतल की सूध नहीं ली.
सत्ता परिवर्तन के बीते कुछ महीनों में ही तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब तक 28 बार पहाड़ पर आयीं और पहाड़-समतल के लोगों का सूध लिया. उन्होंने विकास व शांति के लिए पहाड़ को टॉप मोस्ट पॉयरॉटी पर रखा. दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र जिस विकास व शांति से वंचित था, उसी जगह पर मां-माटी-मानुष की सरकार ने विकास की रफ्तार बढ़ायी.
यह कहना है उत्तर बंगाल विकास मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के दार्जिलिंग जिला अध्यक्ष गौतम देव का. वे आज सिलीगुड़ी स्थित पार्टी मुख्यालय विधान भवन में एक प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बीते छह वर्षो के दौरान वाममोरचा के पूर्व राज्यसभा सांसद समन पाठक ने भी इस क्षेत्र के लिए कोई काम नहीं किया.
आज वे दार्जिलिंग लोकसभा सीट के लिए वाममोरचा प्रत्याशी के रूप में खड़े हुए हैं. जनता अब तृणमूल के साथ हैं. यह लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद भी सबको मालूम हो जायेगा. उन्होंने दार्जिलिंग लोकसभा सीट के तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार व फुटबॉलर वाइचुंग भुटिया के जीत का दावा किया. पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा ही राज्यों को तोड़ने की राजनीति करती आयी हैं. लेकिन जबतक मां-माटी-मानुष की सरकार हैं हम बंगभंग नहीं होने देंगे.