सिलीगुड़ी. बीएसएनएल के अस्थायी कर्मचारी सोमेन दास (37) की रहस्यमय मौत का मामला तीन दिनों बाद भी अब तक नहीं सुलझ पाया है. पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है. ऐसे पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक के सरकारी आवास में जब तलाशी ली गई तो वहां से कई नशे की गोलियां बरामद हुई हैं. पुलिस का अनुमान है कि संभवत: नशे की गोली अधिक खा लेने से ही सोमेन दास की मौत हुई है.
हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक पुलिस इस मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर रही है. इस बीच, मृतक की लापता पत्नी लिपिका दास तथा बेटी अन्वेषा दास का अब तक कोई अता-पता नहीं है. घटना वाले दिन से ही दोनों लापता हैं. पुलिस का मानना है कि मृतक की पत्नी के मिलने के बाद इस रहस्य से पर्दा उठने की संभावना है. इस बीच, मृतक की लापता पत्नी लिपिका दास की मां अंजलि पात्रो तथा भाई रंजीत पात्रो, मामा तथा परिवार के अन्य सदस्य कोलकाता से सिलीगुड़ी आ गये हैं. यह लोग सिलीगुड़ी थाने में जाकर अधिकारियों से मिले. इसके अलावा इन लोगों ने पुलिस कमिश्नर से भी मुलाकात की.
परिवार के लोगों ने लापता लिपिका तथा उसकी बेटी अन्वेषा को तत्काल ढूंढ़ निकालने की मांग पुलिस से की है. लिपिका दास की मां तथा मृतक सोमेन दास की सास अंजलि पात्रो ने कहा है कि घटना के कई दिनों पहले से ही उनकी बेटी के साथ बातचीत नहीं हो पा रही थी. वह जब भी बेटी को फोन करती थी, तो फोन दामाद उठाता था. 22 तारीख को भी उनकी फोन पर दामाद से बात हुई थी और तब उन्होंने बेटी से फोन पर बात कराने की मांग की थी. उसने कहा था कि लिपिका सोयी हुई है और उसके जगने के बाद बात करा पाना संभव होगा. अंजलि पात्रो ने आगे कहा कि उन्होंने अपने दामाद से बेटी का फोन इस्तेमाल किये जाने पर भी सफाई मांगी. तब दामाद ने बताया कि उसका फोन खराब हो गया है और इसीलिए वह लिपिका का फोन इस्तेमाल कर रहा है. मृतक सोमेन दास की बहन पापिया मोदक भी कोलकाता से सिलीगुड़ी आ गई है.
पापिया मोदक ने कहा कि वह जब भाई और भाभी से बात करती थी तो कभी भी ऐसा नहीं लगा कि दोनों के बीच कोई गड़बड़ है. आर्थिक तंगी की बात को भी उन्होंने इंकार किया. पापिया मोदक का कहना है कि भाई की मौत के बाद जब उसके सरकारी क्वार्टर की तलाशी ली गई तब भी वहां से करीब 42 हजार रुपये बरामद हुए हैं. आर्थिक संकट जैसी बात नहीं थी. भाभी के किसी दूसरे के साथ प्रेम संबंध आदि जैसी घटनाओं से भी उन्होंने इंकार किया. परिवार के लोगों का कहना है कि सोमेन दास तो मर गया, लेकिन अब उनकी प्राथमिकता लापता बेटी और उसके बच्चे को बरामद करने की है.
परिवार के लोगों ने इस मामले में पुलिस से ठोस पहल करने की मांग की. परिवार के लोगों ने अपनी तरफ से भी सिलीगुड़ी थाने में लिपिका दास तथा बच्ची अन्वेषा दास की मिसिंग डायरी करा दी है.
यहां उल्लेखनीय है कि सोमेन की लाश सिलीगुड़ी थाना अंतर्गत सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 11 के कॉलेज पाड़ा स्थित बीएसएनएल के पीएंडटी कालोनी स्थित सरकारी क्वार्टर से बरामद की गयी थी.
मिली जानकारी के अनुसार सोमेन मूल रूप से कोलकाता के बड़ाबाजार इलाके का निवासी था. पिछले कइ दिनों से उसकी मां कोलकाता में थी. उनका कुछ दिनों से सोमेन के साथ मोबाइल पर संपर्क नहीं हो पा रहा था. पिछले सोमवार की रात अपने एक अन्य रिश्तेदारों के साथ मां रीता दास सिलीगुड़ी पहुंची. क्वाटर्र में प्रवेश करते ही बिस्तर पर सोमेन का निर्वस्त्र शव पड़ा था. जबकि सोमेन की पत्नी व उसके बच्चे घर से गायब थे. पड़ोसियों ने भी कहा था कि पिछले चार-पांच दिन से उसकी पत्नी और बच्चे को देखा नहीं गया है.
सोमेन की मां रीता दास के अनुसार उनके पति स्वर्गीय बलराम दास बीएसएनएल के एक स्थायी कर्मचारी थे. उन्हें पीएंडटी कालोनी में टाईप-3 विल्डिंग में मकान नंबर तीन एलॉट किया गया था. वह सोमेन के साथ ही रहती थी. करीब डेढ़ महीने पहले वह कोलकाता के बड़ाबाजार स्थित अपने घर गयी थी. तीन जनवरी को सिलीगुड़ी आने की बात थी.