चाय बागान के एक श्रमिक सुभाष राय का भाई सुमन राय लीस नदी से बालू-पत्थर निकालने का काम खत्म करके साइकिल से कोलागाछी श्रमिक लाइन में घर लौट रहा था. तभी बागान के पांच नंबर सेक्शन में एक झुरमुट से एक तेंदुए ने अचानक उसके ऊपर पीछे से छलांग लगा दी. इस हमले में वह साइकिल से नीचे गिर गया. तेंदुए ने उसकी पीठ, मुंह, गर्दन आदि पर अपने पंजों से गहरा जख्म कर दिया.
घायल होने के बावजूद, अपनी जान बचाने के लिए सुमन बिजली की रफ्तार से उठ खड़ा और उसने बाघ पर जवाबी हमला किया. उसने तेंदुए का कान काट लिया और उसके मुंह व नाक पर पूरी ताकत से वार किया. इससे तेंदुआ डर गया और चाय की झाड़ियों से होते हुए भाग निकला. इसी बीच सुमन की चीत्कार सुनकर उसके बड़े भाई सुभाष राय और अन्य चाय श्रमिक वहां पहुंच गये. सुमन को फौरन बागान के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. गुरुवार को उसे माल महकमा अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे एंटी रैबीज इंजेक्शन दिया गया. दोपहर में उसे माल अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी.