संजीव कर्मकार से मिली जानकारी के अनुसार परिवार के अन्य सदस्य सुबह ही काम पर निकल गये थे. घर पर अकेले वह था. सभी के जाने के कुछ देर बाद वह घर में ताला मारकर चाय पीने के लिये चौराहे की एक दुकान पर गया. वह चाय पी ही रहा था कि इलाके के एक व्यक्ति ने घर में आग लगने की जानकारी दी. दौड़ कर घर पहुंचे तो स्थानीय लोगों को आग बुझाते देखकर वे आग बुझाने लगे. कुछ देर बाद आग शांत हो गया. इसके बाद घर के भीतर टीन के अलावा और कुछ भी नहीं बचा था.
घर के भीतर रखा खाने-पीने का सामान, बिस्तर, कपड़े आदि सब कुछ जल कर राख हो गया था. संजीव कर्मकार ने बताया कि दमकल को खबर देने का समय नहीं मिला. अब आगे परिवार का पोषण कैसे होगा, यह चिंता उसे सता रही है. स्थानीय पंचायत सदस्य धीरज सरकार ने बताया कि संजीव व उनका परिवार मजदूरी करता है. काफी गरीब है. शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी होगी. इलाकावासियों और पंचायत की ओर से संजीव की हर संभव सहायता करेगें. इसके अतिरिक्त राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव से भी सहायता की गुहार लगायेंगे.