जलपाईगुड़ी. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 के मयनागुड़ी बाइपास के किनारे दोहरे हत्याकांड का जिला पुलिस के स्पेशल पुलिस ऑपरेशन ग्रुप ने परदाफाश कर दिया है. घटना की जांच में अंतरराज्यीय ट्रक हाइजैकिंग का मामला सामने आया है. इस घटना के सिलसिले में जलपाईगुड़ी जिला पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है. मंगलवार को जिले […]
जलपाईगुड़ी. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 के मयनागुड़ी बाइपास के किनारे दोहरे हत्याकांड का जिला पुलिस के स्पेशल पुलिस ऑपरेशन ग्रुप ने परदाफाश कर दिया है. घटना की जांच में अंतरराज्यीय ट्रक हाइजैकिंग का मामला सामने आया है. इस घटना के सिलसिले में जलपाईगुड़ी जिला पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है. मंगलवार को जिले के पुलिस अधीक्षक अमिताभ माइती ने यह जानकारी प्रेस कांफ्रेंस में दी.
उल्लेखनीय है कि गत तीन सितंबर को जलपाईगुड़ी जिले की मयनागुड़ी-सिलीगुड़ी सड़क (एनएच 31) के किनारे दो शव बरामद हुए थे. अधेड़ उम्र के दोनों व्यक्तियों के शव मयनागुड़ी थाने के असम मोड़ और इंदिरा मोड़ के बीच बरामद किये गये थे. शुरू से ही पुलिस को आशंका थी कि दोनों की हत्या की गयी है.
इसी के आधार पर जिला पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने जांच शुरू की थी. एसपी अमिताभ माइती ने बताया कि जिन व्यक्तियों की हत्या की गयी थी, वे ट्रक ड्राइवर जय प्रकाश सिंह और खलासी अजय सिंह थे. दोनों का घर उत्तर प्रदेश में है. घटना की जांच के दौरान इसलामपुर थाना इलाके में एक ट्रक का पता चला. इसी सूत्र को पकड़कर जांच आगे बढ़ी, तो पता चला कि जय प्रकाश सिंह और अजय सिंह इसी ट्रक के ड्राइवर व खलासी थे. जांच के दौरान विधान नगर थाना इलाके में नगालैंड के निवासी पंकज जैन के बारे में पता चला.
पंकज से पता चला कि ट्रक पर अगरतला से रबर लादकर जय प्रकाश सिंह और अजय सिंह पंजाब जा रहे थे. असम के दो युवक मफीज अली और अबुल कासेर इस ट्रक के ड्राइवर व खलासी से दोस्ती कर ट्रक में सवार हो गये. असम-बंगाल के बॉर्डर बक्सीरहाट में कैमरे लगे हैं, इसलिए बॉर्डर से पहले दोनों ट्रक से उतर गये और बस में सवार होकर बॉर्डर पार हुए. इसके बाद दोनों फिर ट्रक में सवार हो गये. मयनागुड़ी इलाके में पहुंचने के बाद दोनों ने ड्राइवर और खलासी की हत्या कर उनका शव सड़क के किनारे फेंक दिया. इसके बाद वे ट्रक हाइजैक कर सिलीगुड़ी भाग गये. ट्रक पर लदा रबर बेचने के लिए उन्होंने पंकज जैन से संपर्क किया.
हाइजैक ट्रक से रबर उतारकर सिलीगुड़ी के सायक दत्त और तापस पाल ने एक गोदाम में रखा. इसके बाद उत्तर दिनाजपुर के दो युवक मोहम्मद मुस्ताफी और आमिर हुसैन हाइजैक ट्रक को लेकर उत्तर दिनाजपुर के इसलामपुर ले गये और उसे वहीं छोड़कर भाग गये. इसका मकसद पुलिस जांच को भटकाना था. इसके बाद एक दूसरे ट्रक पर रबर लादकर एक दल उसे लेकर कोलकाता रवाना हो गया.
विधान नगर पुलिस कमिश्नरेट के जरिये जलपाईगुड़ी पुलिस को पता चला कि रबर की खरीद से पंकज जैन जुड़ा हुआ है. उसे हिरासत में लेने के बाद पूरा मामला सामने आया. रबर बिक्री के लिए पंकज के साथ संपर्क करने गये मोहम्मद मुस्तफी और आमिर हुसैन को मध्यमग्राम पुलिस ने धर दबोचा. इसके बाद जलपाईगुड़ी जिला पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के ओसी उमेश दास और जांच अधिकारी विनय सेनचुरी वहां गये और दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आये. एसपी अमिताभ माइती ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में कुल सात लोगों की गिरफ्तारी की गयी है.
पुलिस अब जांच कर रही है कि उक्त लोग पहले भी ट्रक हाइजैकिंग को अंजाम देते रहे हैं या नहीं. अगरतला से पंजाब ट्रक जाने की उन्हें पहले से खबर थी या नहीं. असम-बंगाल की सीमा पर सीसीटीवी कैमरे लगे होने की क्या उन्हें पहले से सूचना थी. पुलिस अब भी रबर लदे दूसरे ट्रक को बरामद नहीं कर पायी है. पुलिस ने मंगलवार को चार लोगों को जिला अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया है. पुलिस को उम्मीद है कि उसे पूछताछ में और कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलेंगी. एसपी माइती ने बताया कि ट्रक पर 16 लाख रुपये का रबर था. दूसरे ट्रक को बरामद करने के प्रयास चल रहे हैं. एसपी ने इस सफलता के लिए डीएसपी क्राइम विद्युत तरफदार, ओसी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप उमेश दास और जांच अधिकारी विनय सेनचुरी की सराहना की.