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सिलीगुड़ी में चौथे दिन भी पानी के लिए हाहाकार
तृणमूल ने बनाया बड़ा मुद्दा नगर निगम के खिलाफ विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन मेयर ने दी सफाई, शीघ्र ही स्थिति सामान्य होने का दावा सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में लगातार चौथे दिन पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. नगर निगम के सभी 47 वार्डों में पेयजल की आपूर्ति पूरी तरह से ठप है. […]
तृणमूल ने बनाया बड़ा मुद्दा
नगर निगम के खिलाफ विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन
मेयर ने दी सफाई, शीघ्र ही स्थिति सामान्य होने का दावा
सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में लगातार चौथे दिन पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. नगर निगम के सभी 47 वार्डों में पेयजल की आपूर्ति पूरी तरह से ठप है. इसकी वजह से आम लोग काफी परेशान हैं. खासकर उन लोगों को काफी परेशानी हो रही है, जिनके पास नगर निगम के पानी के कनेक्शन के अलावा पेयजल के लिए और कोई विकल्प नहीं है.
ऐसे लोगों को पास-पड़ोस के कुआं अथवा चापाकल से पानी लेकर घर आना पड़ रहा है. नगर निगम ने दो दिन बाद पेयजल आपूर्ति की स्थिति सामान्य होने का दावा किया था, लेकिन रविवार को ही निगम के इस दावे की कलई खुल गयी. सुबह भारी संख्या में लोग नगर निगम द्वारा लगाये गये नलकों पर जमा हुए. काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी पानी नहीं आया. आखिरकार थक-हार कर लोग निगम को कोसते हुए अपने घर वापस लौट गये.
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने पानी की किल्लत को बड़ा मुद्दा बना लिया है. तृणमूल की ओर से सिलीगुड़ी नगर निगम में वाम बोर्ड व मेयर अशोक भट्टाचार्य को घेरने की तैयारी कर ली गयी है.
शनिवार को भी इस मुद्दे को लेकर तृणमूल ने नगर निगम परिसर में विरोध प्रदर्शन और मेयर अशोक भट्टाचार्य का घेराव किया था. रविवार को भी यह सिलसिला जारी रहा. तृणमूल की विभिन्न वार्ड कमेटियों द्वारा नगर निगम के विरोध में रैलियां निकाली जा रही हैं. कई वार्डों में तृणमूल ने वाम बोर्ड व मेयर अशोक भट्टाचार्य के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. सिलीगुड़ी नगर निगम पर नागरिक सेवा ठीक तरह से नहीं देने के आरोप लगते रहे हैं. सिलीगुड़ी शहर में साफ-सफाई से लेकर विकास के सभी कार्य ठप पड़े हुए हैं. हालांकि इसके लिए मेयर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं.
मेयर का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा नगर निगम को किसी प्रकार की आर्थिक सहायता नहीं दी जा रही है. इसी वजह से विकास के काम प्रभावित हो रहे हैं. सिलीगुड़ी के लोग भी इस बात को जानते हैं.
सिलीगुड़ी के लोगों का साफ-साफ मानना है कि राज्य की तृणमूल सरकार और सिलीगुड़ी नगर निगम में वाम बोर्ड के बीच खींचतान की वजह से ही शहर की यह स्थिति है. दूसरी तरफ तृणमूल नेताओं को साफ-साफ लग रहा है कि मेयर अशोक भट्टाचार्य सभी मोरचे पर विफल हो रहे हैं. आम लोगों के बीच उनकी विफलता को लेकर जोर-शोर से प्रचार-प्रसार करने की तैयारी तृणमूल कांग्रेस ने कर ली है. यही वजह है कि पेयजल की आपूर्ति के मुद्दे को भी तृणमूल कांग्रेस ने एक बड़ा मुद्दा बना लिया है.
क्या कहते हैं गौतम देव
तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव भी इस मामले से जुड़ गये हैं. उन्होंने कहा है कि पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी, इसकी जानकारी पहले से ही नगर निगम को थी. नगर निगम तथा मेयर अशोक भट्टाचार्य को वैकल्पिक व्यवस्था तैयार रखना चाहिए थी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि दरअसल मेयर का मन सिलीगुड़ी में नहीं लगता है. वह कोलकाता में राजनीति करना चाहते हैं. सिलीगुड़ी के लोग भले ही पानी के लिए तरस रहे हों, लेकिन मेयर का इस पर कोई ध्यान नहीं है. उन्होंने मेयर को कोलकाता के बदले सिलीगुड़ी में अधिक समय देने की नसीहत दी.
क्या कहते हैं सिलीगुड़ी के मेयर अशोक भट्टाचार्य
इस पूरे मामले में मेयर अशोक भट्टाचार्य ने सफाई दी है और कहा है कि सोमवार से पेयजल की आपूर्ति सामान्य हो जायेगी. उन्होंने कहा कि पेयजल आपूर्ति बाधित होने के लिए नगर निगम जिम्मेदार नहीं है.
दरअसल एशियन हाइवे बनाने के लिए पीएचइ की पाइप लाइन को नुकसान पहुंचा है. इसी वजह से पेयजल की आपूर्ति बंद हुई है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि शनिवार की शाम को पाइप लाइन की मरम्मती कर दी गयी थी. लेकिन पेंट ब्लास्ट की वजह से पाइप लाइन में फिर से गड़बड़ी आ गई. उन्होंने आगे कहा कि पीएचई के तमाम इंजीनियर दिन-रात काम में जुटे हुए हैं. शीघ्र ही स्थिति सामान्य हो जाने की संभावना है.
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