सिलीगुड़ी: 15 अगस्त मनाने की तैयारी में पूरा देश व्यस्त है. इस खुशी के मौके पर कोई अनचाही घटना ना हो इसके लिये रेलवे प्रशासन के कटिहार डिवीजन ने भी सतर्कता जारी कर दिया है. आरपीएफ कटिहार डिवीजन के वरिष्ठ सहायक कमिश्नर(सुरक्षा) मो. शाकिब ने डिवीजन के सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी का दौरा किया.
उनके आने के पहले ही पूरा स्टेशन परिसर साफ कर दिया गया. जहां कल रात तक चार और दोपहिया वाहनों की पार्किंग थी. आज सुबह वहां नो पार्किंग जोन लिखा मिला. स्टेशन परिसर का मुआयना करते हुए श्री शाकिब ने बताया कि स्टेशन परिसर में कोई भी वाहन पार्किंग नहीं कर सकता. स्टेशन परिसर इसी तरह से हमेशा साफ रहेगा.
एनजेपी आरपीएफ कार्यालाय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को लेकर डिवीजन को सतर्क कर दिया गया है. छोटे-बड़े सभी रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किये गये है. डिवीजन के प्रत्येक स्टेशन पर ट्रेन की चेकिंग की जा रही है. उन्होंने बताया कि हाल ही में असम के कोकराझार में आतंकी हमला हुआ. उस पर भी निगरानी तेज की गयी है. एनजेपी से असम की ओर जानेवाली और असम से एनजेपी होते हुए देश के विभिन्न भागों को जाने वाले सभी ट्रेनों की जांच की जा रही है. अलीपुरद्वार स्टेशन से ही ट्रेनों की जांच शुरू कर दी जाती है. इसके लिये डॉग स्कवाड को भी काम पर लगाया गया है. 15 अगस्त को लेकर केंद्र की ओर से कोई विशेष सतर्कता जारी नहीं की गयी है लेकिन सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता.
इसके अतिरिक्त श्री शाकिब ने बताया कि डिवीजन में रेलवे की जमीन पर नये सिरे से कब्जा नहीं होने दिया गया. इसके अलवा पहले से अवैध कब्जे को भी खत्म करने की कोशिश की जा रही है. स्टेशन और प्लेटफॉर्म परिसर को अवैध हॉकरों से मुक्त कराने में काफी सफलता मिली है. हालांकि विरोध का भी सामना करना पड़ा है.
पकड़ा और छोड़ा
न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन परिसर का मुआयना करते समय निर्धारित दर से अधिक रूपया लेने के आरोप में शाकिब ने एक पार्किंग कर्मचारी को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के थोड़ी बाद ही कर्मचारी यूनियन के दवाब की वजह से उसे छोड़ भी दिया गया. आरपीएफ ने पार्किंग कर्मचारी दिलीप कामती को गिरफ्तार किया. पार्किग जोन में प्रवेश करते ही श्री शाकिब ने एक व्यक्ति को रूपया देकर गाड़ी निकालते पाया. पूछे जाने पर व्यक्ति ने बताया कि पार्किंग का सात रूपया लिया गया. पार्किंग स्टॉल में सात रूपये की एक भी परची बरामद नहीं हुयी. उसके बाद पार्किंग कर्मचारी को हिरासत में ले लिया गया. तृणमूल समर्थित श्रमिक संगठन के सदस्य आरपीएफ कार्यालय में जमा होने लगे. संगठन के लोगों के अनुरोध पर दिलीप कामती को रिहा कर दिया गया.