हालांकि नगरपालिका का दावा है कि पहले के मुकाबले अभी निकासी व्यवस्था ठीक है. जलपाईगुड़ी शहर में रविवार की देर रात से बारिश शुरू हुई और सोमवार सुबत नौ बजे के बाद बारिश रूक गई. उसके बाद भी महामायापाड़ा, पंडापाड़ा, न्यू टाउनपाड़ा, जयंतीपाड़ा के कई इलाके जलमग्न हैं. घुटनों तक पानी जमा हुआ है. स्कूली बच्चों के साथ-साथ कार्यालय जाने वाले लोग भी परेशान हैं.
माहामायापाड़ा के निवासी सुब्रत साहा का कहना है कि यहां जल जमाव की समस्या काफी पुरानी है. चुनाव के समय नेता इस समस्या के समाधान का आश्वासन देकर चलते बनते हैं. बारिश में जल जमाव से जाहिर है कि नेताओं ने कुछ भी नहीं किया है. बारिश होते ही लोगों की नींद हराम हो जाती है. किसी भी समय घर में पानी घुसने की आशंका को लेकर सभी लोग जगे रहते हैं. जलपाईगुड़ी नगरपालिका के नौ नंबर वार्ड के माकपा पार्षद प्रमोद मंडल ने तृणमूल बोर्ड पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि जल निकासी की सही व्यवस्था नहीं की गई है.
यही वजह है कि कुछ ही घंटे की बारिश में जलपाईगुड़ी शहर का हाल बेहाल हो जाता है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली बोर्ड बैठक में जल जमाव वाले वार्डों की सूची बनाने की मांग नगरपालिका से की गई थी और वहां हाईड्रेन तथा नालों की साफ-सफाई के लिए विशेष कदम उठाने का अनुरोध किया गया था. उन्होंने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि जल निकासी के नाम पर सरकारी पैसे की हेराफेरी हुई है.
जलपाईगुड़ी नगरपालिका की वाइस चेयरमैन पापिया पाल ने विरोधियों के इन आरोपों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा है कि जल निकासी पर काम हो रहा है. कुछ स्थानों पर ड्रेनों की सफाई जारी है. बारिश की वजह से जिन स्थानों पर जल जमाव की स्थिति थी, वहां शाम तक सबकुछ ठीक हो गया है.