सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम में चार नंबर वार्ड के माकपा पार्षद तथा एमआइसी परिमल मित्र के बयान पर शहर में बवाल बढ़ता जा रहा है. आरोप है कि उन्होंने हिन्दी भाषियों को ‘बिहारी’ बताकर जातिगत टिप्पणी की. उनके खिलाफ विभिन्न सामाजिक संगठन एकजुट होने लग गये हैं. बिहारी कल्याण मंच तथा बिहारी युवा चेतना समिति आदि संगठनों ने पार्षद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
बिहारी कल्याण मंच के बैनरतले संगठन के काफी लोगों ने सोमवार को सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य को एक ज्ञापन दिया और पार्षद परिमल मित्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. बिहारी कल्याण मंच ने कार्रवाई के लिए मेयर को तीन दिनों का अल्टीमेटम दिया है. इस दौरान कार्रवाई नहीं होने पर बड़े आंदोलन की धमकी दी गई है. बिहारी कल्याण मंच के अध्यक्ष गणेश त्रिपाठी ने कहा है कि सिलीगुड़ी में बिहारी समाज के लोग अपने दम पर बसे हुए हैं और वह लोग पश्चिम बंगाल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. बिहारियों को बाहरी बताकर उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
इधर, बिहारी युवा चेतना समिति ने भी वार्ड पार्षद के खिलाफ मोरचा खोल दिया है और बिहारियों पर अभद्र टिप्पणी करने के लिए पार्षद परिमल मित्र की गिरफ्तारी की मांग की है. संगठन के सचिव राजेश कुमार राय ने बताया है कि बिहारियों पर अभद्र टिप्पणी कर पार्षद ने क्षेत्रवाद को बढ़ावा देने की कोशिश की है और इससे सिलीगुड़ी शहर का माहौल खराब होगा. एक सोची-समझी साजिश के तहत माकपा पार्षद ने इस प्रकार की ओछी टिप्पणी की है. उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर बिहारी चेतना समिति की ओर से सिलीगुड़ी थाने में एक ज्ञापन भी दिया गया है. इस अवसर पर संगठन के अध्यक्ष मिथिलेश मिश्रा, दिगंबर राय, मोहम्मद एंथोनी, अशोक कामती, रामविलास पासवान, विश्वदेव कामती आदि भी उपस्थित थे. इसबीच,उत्तर बंग हिन्दी भाषी समाज की कार्यकारिणी समिति की भी सभा संजय टिबड़ेवाल की अध्यक्षता में हुइ. इस सभा में 4 नं. वार्ड पार्षद परिमल मित्र के बयानों की निन्दा की गई. संगठन की ओर से अर्चणा शर्मा ने कहा कि सिलीगुड़ी स्वतंत्रता से पहले एक कस्बे के रूप में जाना जाता रहा और अब यहां सभी धर्म के लोग भली-भांति मिल-जुल कर अपना जीवन-यापन करते हैं तथा हर पर्व, त्यौहार में मिल-जुल कर हिस्सा लेते हैं. पार्षद की इस कटु टिप्पणी से सभी भाष-भाषी को गहरा आघात पहुंचा है. एक पद में आसीन जन प्रतिनिधि को बोलने से पहले विचार करना आवश्यक है. जनता द्वारा चुने प्रतिनिधि यदि उनकी समस्या को सुनकर इस तरह की टिप्पणी करता है, तो यह एक शर्म की बात है. उन्होंने पार्षद से माफी मांगने की मांग की. आशा नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि इस पत्र को आप गंभीरता से लेंगे तथा समाधान निकालेंगे. इधर,परिमल मित्र की क्षेत्रवादी बयानबाजी को लेकर वार्डवासियों में काफी गुस्सा देखा जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार महानंदा नदी किनारे रेल मैदान के पास स्थित दुर्गानगर कॉलोनी की पीड़ित महिलाओं ने रविवार को सिलीगुड़ी थाना अंतर्गत खालपाड़ा नगर पुलिस चौकी (टीओपी) में पार्षद परिमल मित्र के विरुद्ध नामजद एफआइआर दायर करा दी है. पीड़िता बिंदु महतो का कहना है कि बारिश का पानी घरों और गलियों में जमा होने, आसपास गंदगी-कीचड़ का ढेर लगने, मच्छरों का आतंक बढ़ने जैसे कई मुद्दों को लेकर वह कुछ स्थानीय महिलाओं गिन्नी खातून, जहिला खातून, पुष्पा दत्त, समिना साहनी, सुनीता महतो, शायरा खातून, ललिता सहनी, सीमा मांझी, दो लड़कों सूरज मंडल व अजय तिवारी को साथ लेकर गुरुवार को पार्षद के दफ्तर में शिकायत करने गयी थीं. पार्षद हमारी बातों को अनसुनी कर काफी क्रोधित हो उठे और हमें सबसे पहले बिहारी कहकर अपमानित किया. साथ ही यह भी कहा कि बिहार से आकर जहां-तहां बसने के लिए कौन बोला था. गंदगी खुद फैलाते हो और बाद में शिकायत करने आ धमकते हो. इतने पर भी पार्षद जी का मन नहीं भरा तो उन्होंने अपने छाते से मारने की कोशिश की, लेकिन तभी एक युवक ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया. श्रीमती महतो ने बताया कि पार्षद ने मारने-पीटने की धमकी दी. साथ ही थाना में शिकायत करने पर अपना पावर का इस्तेमाल कर उल्टा उन्हीं लोगों को जेल की हवा खिलाने की धमकी दी. वहीं, एक अधेड़ महिला पुष्पा दत्त (68) को धक्का भी दिया और हम सभी को अपने दफ्तर से खदेड़ते हुए कभी न आने की धमकी दी.
इंसाफ दिलायेंगी ज्योत्सना : पीड़िताओं को इंसाफ दिलाने के लिए शहर की नामी समाजसेविका और अधिवक्ता ज्योत्सना अग्रवाल ने कानूनी लड़ाई लड़ने का वादा किया है. उन्होंने कहा कि गरीब महिलाओं के साथ एक जनप्रतिनिधि व पार्षद द्वारा ऐसा दुर्व्यवहार एवं अत्याचार कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. यह खबर सुनते ही उन्होंने फैसला लिया है कि इन गरिब महिलाओं को जब-तक इंसाफ नहीं मिलेगा वह कानूनी लड़ाई लड़ेंगी. इसके लिए उन्होंने समाज के सभी वर्गों से भी आगे आने की अपील की है.
पार्षद ने आरोपों को किया खारिज : पार्षद परिमल मित्र ने अपने उपर लगाये गये सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह उनको बदनाम करने की विरोधियों की गंदी साजिश है. उन्होंने स्वीकार किया कि दुर्गानगर की कुछ महिलाएं स्थानीय समस्याओं को लेकर गुरूवार को उनके पास आयी थी. मैंने उनके साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया और न ही किसी को बिहारी शब्दों से अपमानित किया है. उन्होंने उल्टा महिलाओं से समस्याएं सुनी और जल्द दुरुस्त करने का आश्वासन दिया.
मेयर करेंगे वार्ड का दौरा : मेयर अशोक भट्टाचार्य का कहना है कि 30 तारीख को वह वार्ड का दौरा करेंगे और इस मुद्दे को लेकर स्थानीय लोगों से बातचीत करेंगे. पार्षद तथा स्थानीय लोगों को लेकर वह एक बैठक भी करेंगे और सभी मतभेदों को दूर कर देंगे.
क्या कहते हैं आइसी ः सिलीगुड़ी थाने के आइसी देवाशीष बोस ने कहा है कि पार्षद के खिलाफ थाने में एफआइआर दर्ज कर ली गयी है और पुलिस मामले की जांच कर रही है. सुप्रीम कोट ने जातिवादी अथवा क्षेत्रवाद को लेकर की गयी टिप्पणी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की बात कही है. जांच में यद पार्षद दोषी पाये गए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी.