सिलीगुड़ी: पूरे उत्तर बंगाल में केपीपी ने डीएम व एसडीओ के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन दिया. शुक्रवार को केपीपी की ओर से सिलीगुड़ी में प्रधान नगर से एक रैली निकाली गयी. रैली सिलीगुड़ी एसडीओ कोर्ट पहुंची.
वहां पर एसडीओ के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन दिया गया. ज्ञापन देने के बाद केपीपी के अध्यक्ष अतुल राय ने कहा कि उन्हें राज्य सरकार व पुलिस आतंकवादी का दर्जा दे रही है. जो गलत है. उन्होंने कहा कि जलपाइगुड़ी बम कांड से केपीपी को जोड़ कर देखा जा रहा है. उक्त मामले में कई लोग गिरफ्तार किया गया है. जो न्याय संगत नहीं है. श्री राय ने कहा कि उत्तर बंगाल में गणतांत्रिक रुप से केपीपी आंदोलन करती है. फिर भी इसे आंतकवादी कहा जा रहा है. इसका हम लोग विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले सीपीएम भी यही करती थी.
तो टीएमसी की सरकार कर रही है. उन्होंने कहा कि केपीपी को केएलओ के साथ जोड़ कर देखा जा रहा है. पुलिस प्रशासन सभा व रैली करने की अनुमति नहीं दे रही है. और सरकार बोलती है कि वह बंगाल में विकास कर रही है. क्या हुआ है तीन वर्षो में विकास. कहां दिख रहा है विकास.
उन्होंने कहा कि जब टीएमसी व केएलओ का जन्म नहीं हुआ था. तब से केपीपी गणतांत्रिक रुप से अलग कामतापुर के लिए आंदोलन कर रही है. श्री राय ने कहा कि केपीपी की ओर से घोषना की गयी थी कि 10 जनवारी को यदि प्रशासन की ओर से रैली निकालने ,डीएम व एसडीओ को ज्ञापन सौंपने के लिए रोका गया तो 20 जनवरी को उत्तर बंगाल बंद का ऐलान किया जायेगा. जो अब बंद नहीं होगा. 20 जनवरी को केपीपी की ओर से आतंक विरोधी दिवस के रूप में पालन किया जायेगा. केपीपी की रैली को लेकर पूरे उत्तर बंगाल में सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी. सिलीगुड़ी में भी विशेष सुरक्षा व्यवस्था थी.