बिजली सेवा बुरी तरह से बाधित हुयी है़ पेंड़ गिरने की वजह से बिजली के खंबे और तार कइ जगह टूट गए हैं. इसकी वजह से डुवार्स के कइ इलाकों में बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से बंद है़ स्थानीय लोगों ने बताया है कि रात को करीब आठ बजे आंधी की शुरूआत हुयी और आधे घंटे में ही इसने अपना रौद्र रूप दिखा दिया़ आंधी-तूफान के साथ ही ओले गिरने की वजह से चाय की पत्तियां पूरी तरह से नष्ट हो गयी हैं.
सेकेंड फ्लश चाय को भारी नुकसान हुआ है़ डुवार्स ब्रांच इंडियन टी एसोसिएशन (डीबीआइटीए) के सचिव सुमंत गुहा ठाकुराता ने बताया है कि वानरहाट,चामुर्ची,चुनाभट्टी,बड़ादिघी,गेंदरापाड़ा,आशाबाड़ी,सताली,भातखावा,मेचपाड़ा आदि इलाकों में कइ हजार हेक्टेयर जमीन पर चाय के पौधे नष्ट हो गए हैं. ओले गिरने से चाय के पत्ते झड़ गए हैं. उन्होंने कहा कि अभी नुकसान के आंकड़ों को जुटाने का काम जारी है़ फिर भी एक अनुमान के मुताबिक लाखों रूपये का नुकसान हुआ है़ सिर्फ चाय के पौधों को ही नुकसान नहीं हुआ है़.
कइ जगह टी शेड गिर गए हैं. चाय श्रमिकों के कइ क्वार्टर भी तबाह हो गए हैं. इंडियन टी प्लांटर्स एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार अमृतांशु चक्रवर्ती ने कहा है कि 28 तारीख के आंधी-तूफान से चाय उद्योग को नुकसान नहीं हुआ था़ इससे तो चाय के पौधों को लाभ ही हुआ था़ शनिवार के आंधी-तूफान ने चाय उद्योग की कमर तोड़ दी है़ उन्हों कहा कि अभी चाय के उत्पादन का समय है़ सेकेंड फ्लश चाय को काफी नुकसान पहुंचा है़ सेकेंड फ्लश चाय के उत्पादन के लिए अब चाय उत्पादकों को और दो महीने का इंतजार करना पड़ेगा़