आसनसोल : वर्ष 2014 में कुल 90 दिन शहनाइयां बजेंगी. जून में जहां सर्वाधिक 17 दिन विवाह के लिए शुभ हैं, वहीं नवंबर में मात्र एक दिन ही वैवाहिक संयोग है. अगस्त, सितंबर व अक्तूबर माह में वैवाहिक आयोजन के लिए कोई संयोग नहीं बनता है.
पिछले वर्ष की अपेक्षा कम मुहूर्त होने पर लोगों को अधिक भागदौड़ करनी पड़ सकती है. वर्ष 2013 में 126 दिन का वैवाहिक संयोग था. शादी-विवाह का दौर 14 जनवरी 2014 मकर संक्रांति (खरमास) के बाद शुरू होगा. शुरुआत 18 जनवरी, 2014 से होगी. वर्ष 2014 का अंतिम विवाह मुहूर्त 15 दिसंबर, 2014 को है. इस साल गरमी की छुट्टियों में बच्चों के साथ-साथ अभिभावक भी शादी-विवाह में शामिल हो सकेंगे. कारण, मई-जून में शादी-विवाह का अच्छा मुहूर्त है.
मई में 15 व जून में 16 वैवाहिक संयोग है. इधर, मार्च में बोर्ड परीक्षाओं का दौर शुरू होगा. लेकिन, टेंशन की कोई बात नहीं हैं. मार्च, 2014 में मात्र सात दिन विवाह के लिए शुभ है. इससे छात्रों के साथ-साथ अभिभावकों में राहत है.
विवाह प्रणाली अत्यंत प्राचीन
स्थानीय शनि मंदिर के पुजारी तुलसी तिवारी ने कहा कि ज्योतिष शास्त्र में सूर्य मास, चंद्र मास व नक्षत्रों के आधार पर मुहूर्तो की गणना होती है. ग्रहों के क्षितिज में उदयमान होने पर शुभ मुहूर्तो का निर्माण होता है. वर के लिए सूर्य बल, कन्या के लिए गुरु बल व दोनों के लिए चंद्र बन का विधान विचारणीय है.