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सफलता फीसदी बढ़ाने की कवायद

60 फीसदी से कम अंकवाले स्टूडेंट्स को स्पेशल क्लास आसनसोल : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएसइ) के बोर्ड एग्जाम एक मार्च से शुरू होनेवाले हैं. साथ ही प्रैक्टिकल एग्जाम फरवरी में होंगे. इसको ले कर एक तरफ जहां छात्र अपनी तैयारी में जुट गये हैं, वहीं स्कूलों ने भी स्टूडेंट्स के रिवीजन की तैयारी […]

60 फीसदी से कम अंकवाले स्टूडेंट्स को स्पेशल क्लास

आसनसोल : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएसइ) के बोर्ड एग्जाम एक मार्च से शुरू होनेवाले हैं. साथ ही प्रैक्टिकल एग्जाम फरवरी में होंगे. इसको ले कर एक तरफ जहां छात्र अपनी तैयारी में जुट गये हैं, वहीं स्कूलों ने भी स्टूडेंट्स के रिवीजन की तैयारी शुरू कर दी है.

बोर्ड क्लासेज में कई ऐसे स्टूडेंटस है, जिन्हें फस्र्ट टर्म में अच्छे अंक नहीं आ पायें. ऐसे में स्कूलों ने तीन कैटेगरी में बच्चों की तैयारी को बेहतर बनाने की प्लानिंग कर रखी है. वहीं बोर्ड की ओर से तमाम स्कूलों को निर्देश देते हुए कहा है कि 60 परसेंट से कम अंक वाले स्टूडेंट पर टीचर्स अधिक फोकस करें. उनके लिए स्पेशल क्लास के अलावा काउंसेलिंग का भी व्यवस्था करे.

बच्चों को करें मोटिवेट

एक तो बच्चों के ऊपर एग्जाम का प्रेशर है. वहीं गाजिर्यन और टीचर का प्रेशर अगर पड़ता है, तो बच्चे अधिक नर्वस हो जाते हैं. इस कारण अभी गाजिर्यन और टीचर को बच्चों के साथ अधिक फ्रेंडली होने की जरूरत है.

प्रिंसिपल राधिका ने बताया कि हर दिन टीचर्स से बच्चों को मोटिवेट करने को कहा जाता है. साथ में पैरेंट्स को भी बुला कर उन्हें बच्चों के साथ व्यवहार सही रखने को कहा जाता है. अभी का टाइम हर स्टूडेंट के लिए काफी अहम होता है.

होम टीचिंग पर दें ध्यान

अभी गाजिर्यन की जिम्मेवारी काफी बढ़ गई है. गाजिर्यन को चाहिए कि वो बच्चों के साथ खुद टीचिंग करें. इससे बच्चों में खुद पर विश्वास जगेगा और उन्हें लगेगा कि हर कोई उनके साथ है.

घर में रह कर हर गाजिर्यन को बच्चों की पढ़ाई में मदद करनी चाहिए. इस संबंध में साइंस टीचर रमा मुखर्जी ने बताया कि अभी बोर्ड के स्टूडेंट को होम टीचिंग की जरूरत है. गाजिर्यन को अधिक-से अधिक समय बच्चों को देना चाहिए. गाजिर्यन का फोकस बबच्चों के डेली रूटीन पर होना चाहिए.

03:45 घंटे की होगी परीक्षा

ओपेन टेक्स्ट एसेसमेंट को ले कर जहां स्टूडेंटस परेशान हैं, वहीं इसके लिए बोर्ड की ओर से सुविधाएं भी दी जा रही है. ओपेन टेक्स्ट एसेसमेंट के सिलेबस को देने के बाद अब सीबीएसइ इसका टाइम भी बढ़ा रहा है. इस बार 9वीं कक्षा के एसए-टू और 11वीं कक्षा के फाइनल एक्जाम में परीक्षार्थी को 15 मिनट अधिक टाइम दिया जायेगा.

यानी इस बार 9वीं कक्षा और 11वीं कक्षा के फाइनल एग्जाम 3 घंटा 45 मिनट का होगा. परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट अधिक टाइम दिया जायेगा. अभी तक सीबीएसइ बोर्ड ने अपने तमाम एक्जाम में 3 घंटा 30 मिनट का टाइम दिया है. इस संबंध में सीबीएसइ की एकडेमिक हेड डॉ साधना पराशर ने बताया कि पहले तीन घंटे का एक्जाम होता था.

लेकिन तीन चार वर्ष पहले बोर्ड एक्जाम में 30 मिनट का टाइम प्रश्न पत्र को पढ़ने के लिए दिया जाने लगा. इस बार ओपेन टेक्स्ट बेस्ड एसेसमेंट के तहत जिन सब्जेक्ट का एक्जाम लिया जायेगा, उसमें आधा घंटा के अलावा 15 मिनट अधिक दिया जायेगा. ज्ञात हो कि पहली बार 9वीं कक्षा के तमाम विषयों का एसए-टू ओपेन टेक्स्ट बेस्ड एसेसमेंट के तहत लिया जायेगा. वहीं 11वीं कक्षा में बायोलॉजी, इकोनॉमिक्स और ज्योग्राफी विषयों को शामिल किया गया है.

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