इन कंपनियों में शामिल जवान विभिन्न स्थानों पर रूटमार्च कर रहे हैं. छह अन्य कंपनियां शीघ्र ही यहां पहुंच जायेगी. सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती जायेगी. मतदाताओं की सहायता के लिए अलग से कंट्रोल रूम की स्थापना की जा रही है. इस कंट्रोल रूम में फोन नंबर 18003453271 पर फोन कर मतदाता अपनी समस्याओं की जानकारी दे सकते हैं. इसके अलावा बुजुर्गों तथा विकलांग एवं बीमार मतदाताओं के लिए मतदान की विशेष व्यवस्था की जा रही है. ऐसे लोगों को वोट देने के लिए कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा. संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित जिले के एसपी अभारू रवीन्द्रनाथ ने कहा कि सभी विधानसभा केन्द्रों पर केन्द्रीय बलों की दो कंपनियों की तैनाती की जायेगी. जिले में कुल पांच विधानसभा केन्द्र हैं.
असम-बंगाल सीमा पर स्थित मतदान केन्द्रों की पहचान अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों के रूप में की गई है. यहां नजर रखने के लिए एक कंपनी केन्द्रीय बल को रिजर्व में रखा गया है. इसके साथ ही जिले में सभी 241 मतदान केन्द्रों को ही संवेदनशील घोषित किया गया है.
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए अपराधियों की धर-पकड़ तेज कर दी गई है. विभिन्न स्थानों पर छापामारी कर आग्नेयास्त्रों की जब्ती की जा रही है. दिसंबरसे लेकर अब तक 15 आग्नेयास्त्र तथा 11 कारतूस जब्त किये गये हैं. संवाददाता सम्मेलन में एसएसबी के कमांडेंट सुधीर बर्मा भी उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि फिलहाल गड़बड़ी की आशंका नहीं दिख रही है. सभी अधिकारियों ने मतदाताओं से भयमुक्त होकर मतदान की अपील की.