सिलीगुड़ी. राज्य भर में फैले सेक्स वर्करों का समवाय संगठन ‘उषा’ अब 20 वर्ष का हो गया. संगठन में पूरे बगाल से अब-तक 21 हजार 9 सौ 42 सदस्य हैं. संगठन से मिले आंकड़ों के अनुसार, ‘उषा’ का वार्षिक लेन-देन करीब 21 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है. कोलकाता व दक्षिणोश्वर के बाद ‘दुरवार’ नामक संस्था द्वारा संचालित ‘उषा’ का और एक नया शाखा उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले के दिनहाटा में खुलने जा रहा है.
जलपाईगुड़ी के दिन बाजार में स्थित रेड लाइट में इस नये शाखा को खोलने की प्रस्तुति शुरू हो चुकी है. फिलहाल सेक्स वर्करों को सदस्य बनाने का काम शुरू हुआ है. साथ ही दिनहाटा नगरपालिका क्षेत्र के सेक्स वर्करों के लिए सामाजिक कार्यो हेतु एक नये भवन के निर्माण का काम भी शुरू हुआ है. इसी माह 25 अगस्त को इस नये भवन का उद्घाटन किया जायेगा. दिवंगत सेक्स वर्कर के नाम पर ही इस भवन का नामकरण किया जायेगा. दूसरी ओर, जलपाईगुड़ी के रेड लाइट एरिया के सेक्स वर्करों के संतानों को स्कूल में कदम रखने के लिए ठिकाना बदलने का आरोप सामने आया है. सेक्स वर्करों का आरोप है कि मां का परिचय देकर स्कूल में भरती कराने पर विभिन्न तरह के परेशानियों से बच्चों को जूझना पड़ता है. स्थानीय तृणमूल पार्षद नीतू साहा ने भी दिनबाजार स्थित रेड लाइट एरिया में जाकर सेक्स वर्करों को समस्याओं के जल्द समाधान का आश्वासन दिया है. उन्होंने सेक्स वर्कर्रा से कहा कि स्कूल छोड़ चुके उनके बच्चे वापस पाठशाला जा सके, इसके लिए जलपाईगुड़ी नगरपालिका की ओर से विशेष रूप से व्यवस्था की जायेगी.
जलपाईगुड़ी के रेड लाइट के 48 बच्चों में 16 बच्चे स्कूल छोड़ चुके हैं. ‘उषा’ के डिप्टी मैनेजर शताब्दी साहा ने बताया कि सेक्स वर्करों के बच्चों का विशेष ख्याल रखने के लिए बीते वर्ष राज्य सरकार की ओर से संगठन को पुरस्कृत भी किया गया. इसके तहत राज्य सरकार ने ‘उषा’ को ‘पाथिर चोख’ से अलंकृत किया था. शताब्दी साहा ने बताया कि दिनहाटा के करीब 250 सेक्स वर्कर ‘उषा’ के सदस्य हैं. लेकिन इतने दिनों तक शाखा नहीं था. 25 अगस्त को यह शाखा खुलने जा रहा है.
साथ ही सेक्स वर्करों के संतानों को लेकर गठित सांस्कृतिक दल ‘कोमल गंधा’ दुर्गा पूजा के बाद बांग्लादेश में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेगा. बीते वर्ष यह दल बैंकॉक में भी कार्यक्रम आयोजित कर चुका है. उन्होंने बताया कि कोलकाता में सेक्स वर्करों का एक मेला का भी आयोजन ‘उषा’ करने जा रही है. यह मेला कोलकाता के श्रद्धानंद पार्क में 27 सितंबर को शुरू होगी और दो अक्टूबर तक आयोजित की जायेगी.