वह आज सिलीगुड़ी के एक होटल में इंडो-भूटान बोर्डर पर बढ़ रही मानव तस्करी व स्मगलिंग को रोकने के लिए आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे. एक ंअंतरराष्ट्रीय संस्था यूनाइटेड नेशन्स ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम (यूएनओडीसी), एसएसबी रानीडांगा हेडक्वार्टर व ऑस्ट्रेलिया की संस्था कस्टम्स एंड बोर्डर प्रोटेक्शन (सीबीपी) के संयुक्त पहल पर आयोजित दो दिवसीय सेमिनार का आज अंतिम दिन था. सेमिनार की समाप्ति के बाद प्रेस-वार्ता के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए श्री क्वात्र ने कहा कि सीमाओं से मानव तस्करी, स्मगलिंग व अन्य गैर-कानूनी अपराधों को रोकने के लिए सभी देशों की सुरक्षा बलों, पुलिस, एनजीओ व सुरक्षा एजेंसियों का आपस में बेहतर सामंजस्य होना एवं मिलजूल कर काम करना काफी जरुरी है.
सूचनाएं आदान-प्रदान करना आवश्यक है. इससे अधिक जरुरी लोगों का जागरुक होना है. जब-तक समाज जागरुक नहीं होगा. ऐसे जुर्मो को बढ़ावा मिलता रहेगा. दो दिवसीय इस सेमिनार के दौरान यूएनडीओडीसी की क्षेत्रीय (रीजनल) पदाधिकारी क्रिस्टिना अलबर्टिन, सीबीपी के आयुक्त वायने मोरन, एसएसबी की महानीरिक्षक (पेर्स, हेडक्वार्टर), एसएसबी रानीडांगा हेडक्वार्टर के महानीरिक्षक कुलदीप सिंह समेत अन्य प्रतिनिधियों ने सेमिनार में अपने तजुर्बो को साझा किया. सेमिनार की समाप्ति पर यूनओडीसी की प्रोजेक्ट अधिकारी स्वास्ति राणा ने धन्यवाद ज्ञापन किया.