सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी तथा पूरे उत्तर बंगाल में स्वाइन फ्लू के नये मामले सामने नहीं आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने थोड़ी राहत की सांस ली है. होली के बाद से अब तक कहीं भी स्वाइन फ्लू के लक्षण से पीड़ित रोगी किसी भी अस्पताल में भर्ती नहीं हुए हैं. ऐसा माना जा रहा है कि धीरे-धीरे स्वाइन फ्लू का प्रकोप कम हो रहा है.
दूसरी तरफ मौसम में भी सुधार होने से स्वाइन फ्लू के मामले कम होंगे. स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से बारिश का न होना और गर्मी बढ़ना एक तरह से राहत की बात है. इस बीच, स्वाइन फ्लू से पीड़ित जो दो बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए थे उनकी स्थिति में सुधार हो रही है और वह खतरे से बाहर हैं.
धूपगुड़ी के एक 12 वर्षीय बच्चे की चिकित्सा जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल में चल रही है और वह पूरी तरह से स्वस्थ होने के कगार पर है. उसे डॉक्टर शीघ्र ही अस्पताल से छुट्टी दे देंगे. उसके रक्त के नमूने पोजीटिव पाये जाने के बाद से ही उसकी टेनीफ्लू की चिकित्सा की जा रही है. उसे जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है और पांच चिकित्सक लगातार उसके स्वास्थ पर नजर रख रहे हैं. चार-पांच दिनों से नये सिरे से उसे बुखार नहीं हुआ है. इसी तरह से सिलीगुड़ी में एक बच्ची की चिकित्सा एक निजी नर्सिग होम में हो रही है.
वह भी स्वाइन फ्लू से पीड़ित है, लेकिन खतरे से बाहर है. जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सात वर्षीय इस बच्ची के स्वास्थ्य की जानकारी नर्सिग होम जाकर ली. पहले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बच्ची को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में स्थानांतरित करना चाहते थे, लेकिन उसके स्वास्थ्य में सुधार को देखते हुए निर्णय बदल दिया गया. इस बीच, किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल में 10 बेड वाले आइसोलेशन वार्ड की स्थापना की गई है. क्रिटिकल केयर यूनिट को स्थानांतरित कर वहां आइसोलेशन वार्ड की स्थापना की गई है. जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी प्रकाश मृद्धा ने कहा है कि जिले में भले ही स्वाइन फ्लू के नये मामले सामने नहीं आये हों, लेकिन वह अपनी ओर से कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते.
उन्होंने बताया कि जलपाईगुड़ी के साथ ही अलीपुरद्वार जिले में भी स्वाइन फ्लू को लेकर अलर्ट जारी है. इस बीच, सिलीगुड़ी में विभिन्न स्थानों पर बुखार से पीड़ित रोगियों की पहचान के लिए सव्रे का काम जारी है. विभिन्न अस्पतालों में भी बुखार से पीड़ित रोगियों पर खास नजर रखी जा रही है. सिलीगुड़ी सदर अस्पताल के साथ-साथ विभिन्न महकमा अस्पतालों के ओपीडी में बुखार पीड़ित रोगियों की पहचान के लिए अलग से रिकार्ड रखे जा रहे हैं. इसके अलावा प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य कर्मचारी घर-घर जाकर सव्रे का काम कर रहे हैं. जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी असीत विश्वास ने कहा है कि पूरे जिले में कहीं भी स्वाइन फ्लू का नया मामला सामने नहीं आया है. जो बच्ची इस बीमारी से पीड़ित होकर एक निजी नर्सिग होम में भर्ती है, वह भी तेजी से स्वस्थ हो रही है और शीघ्र ही अस्पताल से उसकी छुट्टी हो जायेगी.