हालांकि शिकायत में किसी राजनीतिक दल व किसी का नाम उल्लेख नहीं किया गया है.पुलिस का कहना है कि शॉट सर्किट से भी आग लग सकती है. आग लगने का कारण जानने के लिए दमकल से रिपोर्ट मांगी गयी है. तृणमूल नेता मोजाहार हुसैन ने बताया कि रविवार रात को ही उन्हें घटना की खबर मिली और तुरंत वह घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही सब कुछ जल गया था. अगलगी में पार्टी कार्यालय के पास स्थित दो दुकानें भी जल गये.
पार्टी कार्यालय के दोनों ओर दो हार्डवेयर की दुकानें थी. अगलगी में पार्टी कार्यालय के भीतर रखे एसी मशीन, एलसीडी टीवी, स्टील की अलमारी, लकड़ी का अलमारी, पंखे, कुरसी, टेबल, पार्टी के बैनर व झंडे एवं अलमारी में रखे नकदी 19 हजार 800 रुपये समेत सभी महत्वपूर्ण कागजात जल गये. मोजाहार हुसैन ने पुलिस के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा कि पार्टी कार्यालय से 200 मीटर दूरी पर ही कालियाचक थाना है. अगलगी की इतनी बड़ी घटना घट गयी और पुलिस को पता तक नहीं चला. उन्होंने पुलिस को तीन दिनों के भीतर अगलगी का कारण पता करने व आरोपियों को गिरफ्तार करने की धमकी दी, नहीं तो कालियाचक में बंद बुलाया जायेगा. इधर, तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष मुआज्जेन हुसैन ने बताया कि जिसने भी यह काम किया है, गलत किया है.
दूसरी ओर, पुलिस ने अनुमान लगाया है कि इस घटना के पीछे तृणमूल की गुटबाजी है. क्योंकि कालियाचक में ट्रक चालकों से हफ्ता वसूली को लेकर तृणमूल के दो गुटों के बीच कुछ दिनों से झमेला चल रहा है. दोनों गुटों के बीच बमबाजी व गोलीबारी भी हुई. कालियाचक में व्याप्त तनाव के बारे में कांग्रेस विधायक साबिना यास्मिन ने बताया कि दिनदहाड़े कालियाचक के चौरंगी व सुलतानगंज इलाके में हफ्ता वसूली, बमबाजी व पार्टी कार्यालय जलाने जैसे वारदात हो रहे है. पुलिस सब कुछ जान कर भी मूकदर्शक बनी हुयी है. दूसरी ओर माकपा के जिला सचिव अंबर मित्र ने कहा कि सभी घटना में शासक दल के लोग जुड़े होने के कारण पुलिस चुप है. भाजपा के जिलाध्यक्ष शिवेंदु शेखर राय ने बताय कि जिले की विधि-व्यवस्था टूट चुकी है. जिला शासक से लेकर पुलिस के एसपी भी शासक दल के लिए काम कर रहे हैं.