यह बातें माकपा नेता तथा राज्य के पूर्व मंत्री अशोक भट्टाचार्य ने कही है. वह बस्ती उन्नयन समिति द्वारा सिलीगुड़ी नगर निगम के कमिश्नर को ज्ञापन देने के बाद संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हर वर्ष ही कहीं न कहीं औद्योगिक सम्मेलनों का आयोजन कर रही है और राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश किये जाने की घोषणा कर रही है.
वास्तविक स्थिति यह है कि आज के दिन राज्य में कोई भी उद्योगपति निवेश करना नहीं चाहता. राज्य में ऐसा माहौल ही नहीं है, जिससे के उद्योगपति यहां अपने कल-कारखाने लगा सके. श्री भट्टाचार्य ने उत्तर कन्या में उत्तर बंगाल औद्योगिक सम्मेलन के आयोजन की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि पूर्व के जितने भी औद्योगिक सम्मेलन फेल हुए हैं, उसी प्रकार से यह सम्मेलन भी फेल हो जायेगा.
औद्योगिक सम्मेलन के नाम पर राज्य सरकार धन की बर्बादी कर रही है. उन्होंने कहा कि उत्तर कन्या में इस सम्मेलन के आयोजन पर करेाड़ों रुपये खर्च किये जा रहे है. पूरे प्रशासनिक अमले को इस काम में लगा दिया गया है. देश-विदेश से उद्योगपतियों के इस सम्मेलन में शामिल होने के दावे किये जा रहे हैं, लेकिन वास्तविक स्थिति इससे बिल्कुल उलट है.
इस औद्योगिक सम्मेलन में सिर्फ वहीं उद्योगपति शामिल हो रहे हैं, जो ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के आगे-पीछे घुमते हैं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि सिर्फ ममता बनर्जी की तस्वीर देख कर कोई कल-कारखानों की स्थापना नहीं करेगा. राज्य में इसके लिए अनुकूल माहौल बनाने की आवश्यकता है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकारी पैसे से बड़े बड़े होर्डिग और अखबारों में अपना चेहरा छपबा कर सिर्फ अपना प्रचार कर रही है. इससे राज्य का किसी प्रकार का कोई भला नहीं होगा. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि नयी सरकार के सत्ता में आने के बाद से राज्य में अब तक एक भी नये कल-कारखाने की स्थापना नहीं हुई है. जो भी कल-कारखाने चल रहे है, वे सभी वाम मोरचा के शासनकाल में स्थापित हुए है.