सिलीगुड़ी: तृणमूल ने एक साल चार माह में कांग्रेस का साथ छोड़कर एकला चलो की नीति की तहत हमसे संबंध तोड़ लिया. तृणमूल की मुखिया पगला गयी है. जानती है कि पंचायत चुनाव में उसकी हार होगी. इसलिए हिंसा का सहारा ले रही है.
उसके विधायक व सांसद सरे आम सिर व हाथ काटने की धमकी देते है. तृणमूल बंगाल के लिए अशुभ है. इसके शासन में गणतंत्र का गला दबाया जा रहा है.
बीडीओ, आईसी आदि पुलिस प्रशासन से मदद की उम्मीद नहीं की जा सकती. उन्हें तबादले की धमकी दी जाती है. यह कहना है कांग्रेस नेता मानस भुईंया का. वें सोमवार को पत्रकारों से मुखातिब थे.