सिलीगुड़ी: आखिरकार राज्य सरकार ने सिलीगुड़ी नगर निगम प्रशासक के हवाले कर ही दिया और सिलीगुड़ी की राजनीति में हड़कंप मचा दिया. चुनाव होने तक निगम की बागडोर प्रशासक ही संभालेंगे.
राज्य सरकार के निर्देशानुसार, सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) की सीइओ आर विमला को सोमवार से निगम का चैयरमेन भी नियुक्त किया गया है. वहीं, निगम में सदस्य के रूप में उत्तर बंगाल विकास मंत्रलय (एनबीडीडी) के सहायक सचिव दीपंकर पीपलयी एवं दार्जिलिंग जिला के अतिरिक्त जिला अधिकारी (एडीएम) पीटी शेरपा को नियुक्त किया गया है. यह जानकारी सोमवार को निगम आयुक्त सोनम वांग्दी भुटिया ने अपने दफ्तर में संवाददाताओं को दी.
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से जारी चिट्ठी में यह निर्देश दिया गया है. यह चिट्ठी आज ही प्राप्त हुई है. श्री भुटिया ने कहा कि प्रशासक किस तरह निगम के बागडोर संभालेंगे और सुचारू रूप से कार्य किये जाने को लेकर कल महत्वपूर्ण बैठक की जायेगी. इस बैठक में निगम की परिसेवा को लेकर भावी रणनीति का खाका तैयार किया जायेगा. इस बैठक में नये प्रशासकों के अलावा निगम के सभी विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. दूसरी ओर, राज्य सरकार द्वारा प्रशासक बिठाये जाने को लेकर विरोधी पार्टियों ने इसे ओछी राजनीति करार दिया है. सभी विरोधी दलों के नेताओं का कहना है कि निगम की वर्तमान दुर्दशा को सही दिशा देने के लिए चुनाव ही एकमात्र रास्ता है.
उल्लेखनीय है कि निगम के बोर्ड से कांग्रेस के छोड़ दिये जाने एवं गंगोत्री दत्ता द्वारा मेयर पद से इस्तीफा दिये जाने के बाद से ही निगम में उथल-पुथल मचा हुआ था.
निगम चुनाव किये जाने एवं प्रशासक बिठाये जाने को लेकर काफी राजनीति भी गरम थी. विरोधी पार्टियों ने शुरू से ही प्रशासक बिठाये जाने को लेकर विरोध जताया था.