गाजलडोबा : हाथी खदेड़ने के क्रम में पटाखों के चलते जंगल में आग लग गयी. सोमवार की रात नौ बजे के करीब यह घटना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ड्रीम प्रोजेक्ट भारेर आलो में हुई है. सिलीगुड़ी से आये दमकलकर्मियों के प्रयास से अगलगी में थोड़े से के लिये मुख्यमंत्री का बंगलो जलने से बच गया. इस घटना से वन विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है. अधिकतर अधिकारी ने इस घटना की जानकारी नहीं होने की बात बोलकर अपना पल्ला झाड़ लिया है.
उल्लेखनीय है कि अक्सर इलाके में जंगल से हाथी आ जाते हैं. पिछली रात को भी जंगल से एक झुंड से बिछुड़ा हुआ हाथी घुस आया था. जानकारी मिलने पर बेलाकोवा रेंज के अधिकारी संजय दत्त वनकर्मियों के साथ पहुंचे. जानकारी अनुसार हाथी को भगाने के लिये पटाखे फोड़े गये थे जिससे जंगल में आग लग गयी. वह भी बिल्कुल सीएम के बंगलो के करीब.
उसके बाद ही वनकर्मियों और स्थानीय लोगों ने आग को बुझाना शुरु किया लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका. उसके बाद सूचना मिलने पर सिलीगुड़ी अग्निशमन केंद्र से एक दमकल पहुंचा और जल्द ही आग पर काबू पा लिया गया. उसके बाद हाथी भी जंगल लौट गया. मुख्यमंत्री के बंगलो के बच जाने से अधिकारियों ने राहत की सांस ली.
वहीं, अधिकतर वरिष्ठ अधिकारियों ने घटना की जानकारी नहीं होने की बात कही है.रेंज अधिकारी संजय दत्त ने केवल इतना कहा कि जो भी मंतव्य करना होगा वह शीर्ष अधिकारी करेंगे. बैकुंठपुर डिवीजन के एडीएफओ राहुलदेव मुखर्जी ने उन्हें अगलगी की घटना की जानकारी नहीं है. भोरेर आलो के बंगलो के मैनेजर शांतनु घोषाल ने भी कहा कि उन्हें भी घटना की जानकारी नहीं है.
स्थानीय एवं वन विभागीय सूत्र ने बताया कि सीएम के बंगलो के बगल में है बैकुंठपुर डिवीजन के तहत बातासीभिटा जंगल है. यहां के आसपास के ग्रामीण रात को हाथियों के डर से रात में जागते रहते हैं. वन विभाग के रामसाई मोबाइल स्क्वैड के रेंजर विश्वज्योति दे ने बताया कि इलाके पर नजर रखी जा रही है. बीच बीच में इलाके में गैंडे आ जाते हैं.