मालदा: विगत 15 दिनों से हरिशचंद्रपुर के पांच गांवों में बिजली आपूर्ति ठप है. आज हरिशचंद्रपुर दो नंबर ब्लॉक के भालुका बिजली कार्यालय में ग्रामीणों ने व्यापक तोड़फोड़ की. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए बिजली कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी कार्यालय छोड़ कर भाग गये.
भालुका आउटपोस्ट की पुलिस वहां पहुंच कर भी ग्रामीणों को नियंत्रित नहीं कर पायी. बाद में हरिशचंद्रपुर थाना के आइसी बाबीन मुखर्जी विराट पुलिस वाहिनी लेकर भालुका बिजली कार्यालय पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों को शांत कराया. पुलिस ने बताया कि हरिशचंद्रपुर दो नंबर ब्लॉक के इस्लामपुर व दौलतनगर ग्राम पंचायत के तेलजान्ना, रामायणपुर, गौड़ीपुर, इस्लामपुर व दौलतनगर गांव में विगत 15 दिनों से बिजली नहीं है. ग्रामीणों ने सबसे पहले आज स्टेशन मैनेजर के कार्यालय में प्रवेश कर बिजली सेवा स्वाभाविक करने की मांग की. स्टेशन मैनेजर ने ग्रामीणों को कहा कि इस मामले में भालुका बिजली कार्यालय कुछ नहीं कर सकता है.
रतुआ सब स्टेशन इस समस्या का समाधान कर पायेगा. इसके बाद ही ग्रामीण आक्रोशित हो उठें व बिजली कार्यालय में तोड़फोड़ शुरू कर दी. इधर, ग्रामीणों का कहना है कि उनके साथ बिजली दफ्तर के अधिकारियों की बहस हुई थी, लेकिन किसी ने तोड़फोड़ नहीं की. बिजली वितरण कंपनी के भालुका स्टेशन मैनेजर सुप्रिय सिन्हा ने बताया कि बिजली समस्या से ग्रस्त गांवों का बिजली बिल भालुका बिजली कार्यालय में जमा होता है. यहां से 11 हजार वोल्ट का कामकाज नियंत्रित किया जाता है.
गांव की बिजली आपूर्ति संबंधी कामकाज रतुआ सब स्टेशन नियंत्रित करता है. आंदोलनकारी कुछ सुनने से पहले ही अचानक हमला कर दिया. पूरे मामले की जानकारी उच्च पदाधिकारियों को दी गयी है. हरिशचंद्रपुर थाना के आइसी बाबीन मुखर्जी ने बताया कि आंदोलनकारियों ने कैश काउंटर के कांच, चेयर, टेबल व गोडाउन के मीटर व विद्युत सामग्रियों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. भालुका बिजली कार्यालय से तोड़फोड़ मामले के खिलाफ शिकायत दर्ज की गयी है. मामले की जांच की जा रही है.