कोलकाता : अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ अपना चुनाव प्रचार अभियान तेज करने के लिए वीडियो सीरीज तैयार की है, जिसमें पश्चिम बंगाल सरकार व केंद्र सरकार की योजनाओं की तुलना की गयी है.
Advertisement
तृणमूल ने शुरू किया ” प्रधानमंत्री हिसाब दो ” अभियान
कोलकाता : अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ अपना चुनाव प्रचार अभियान तेज करने के लिए वीडियो सीरीज तैयार की है, जिसमें पश्चिम बंगाल सरकार व केंद्र सरकार की योजनाओं की तुलना की गयी है. तृणमूल कांग्रेस की ओर से शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए ‘प्रधानमंत्री हिसाब दो’ नामक […]
तृणमूल कांग्रेस की ओर से शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए ‘प्रधानमंत्री हिसाब दो’ नामक एक नये अभियान की शुरुआत की गयी. इस नये अभियान को वीडियो श्रृंखला के रूप में लोगों तक पहुंचाया जायेगा.
इस अभियान की शुरुआत एक लघु फिल्म से हुई है, जिसमें दो योजनाएं, पश्चिम बंगाल सरकार की सबूज साथी और केंद्र सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की तुलना की गयी है. तुलनात्मक वीडियो में दो राज्यों की दो छात्राओं के जीवन को दर्शाया गया है. सबसे पहले रेवाड़ी, हरियाणा की प्रिया सिंह और उसके बाद पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के झुमुर मुखर्जी की.
रेवाड़ी की रहनेवाली प्रिया सिंह कहती है कि उसे पढ़ाई करना बहुत पसंद है, लेकिन निकटतम स्कूल उसके ग्रामीण घर से 14-15 किमी दूर है. इसलिए उसे अपनी पढ़ाई को बीच में ही छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. वह कहती हैं कि एक तरफ, प्रधानमंत्री लड़कियों को शिक्षित करने की बात करते हैं और दूसरी तरफ, उनके गांव में एक भी स्कूल नहीं है.
इस बात की कोई गिनती नहीं है कि वहां की कितनी लड़कियाें का भविष्य अंधकार में चला गया है. वह प्रधानमंत्री से पूछती है कि क्या आपने इस बारे में काेई हिसाब रखा है.
वहीं, वीडियो में हुगली जिले के ग्रामीण क्षेत्र में रहनेवाली गृहिणी झुमुर मुखर्जी बताती हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा शुरू किये गये सबूज साथी योजना के परिणामस्वरूप पश्चिम बंगाल सरकार से उनकी बेटी को साइकिल कैसे मिली थी, भले ही उसका स्कूल दूर है, लेकिन वह नियमित रूप से स्कूल जा रही है.
इससे उनकी बेटी पहले की अपेक्षा कम समय में अपने स्कूल पहुंच जाती है. पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा शुरू की गयी इस योजना ने कई पुरस्कार जीते हैं. अभी हाल ही में, वर्ल्ड समिट ऑन द इंफोर्मेशन सोसाइटी (डब्ल्यूएसआईएस) पुरस्कार के लिए एक फाइनलिस्ट बनने के बाद इसे आईटीयू, यूनाइटेड राष्ट्र संगठन द्वारा ‘चैंपियन प्रोजेक्ट’ घोषित किया गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement