Advertisement
मालबाजार : कॉलेजों में दाखिले की तिथि बढ़ी
मालबाजार : बागराकोट चाय बागान की हालत दयनीय हो गयी है. श्रमिकों के मजदूरी का हजारो रूपया बकाया है जो काम करने के बाद नहीं मिल रहा है. इन मांगों को लेकर बागराकोट चाय बागान में विरोध प्रदर्शन व गेट मीटिंग जारी है. तीन अगस्त को ही बागान प्रबंधक को स्थिति सामान्य करने के लिये […]
मालबाजार : बागराकोट चाय बागान की हालत दयनीय हो गयी है. श्रमिकों के मजदूरी का हजारो रूपया बकाया है जो काम करने के बाद नहीं मिल रहा है. इन मांगों को लेकर बागराकोट चाय बागान में विरोध प्रदर्शन व गेट मीटिंग जारी है. तीन अगस्त को ही बागान प्रबंधक को स्थिति सामान्य करने के लिये दस दिनों का अल्टीमेटम दिया गया था. लेकिन समस्या के समाधान नहीं होने पर 20 अगस्त से श्रमिकों ने गेट मीटिंग व आंदोलन शुरू कर दिया.
जानकारी के अनुसार डंक्स समूह की ओर से संचालित कालिम्पोंग एवं जलपाईगुड़ी की सीमा पर स्थित इस चाय बागान में वर्षों से गतिरोध जारी है. 2016 साल से बागान का पतन शुरू होने के साथ ही श्रमिकों का मजदूरी बकाया रहने लगा.
बागान के मैनेजर बागान छोड़कर चले गये. चिकित्सा व आर्थिक तंगी के कारण भूख और बिना इलाज के श्रमिक परिवारों के लगभग 33 सदस्यों की मौत हो गयी. तब कहीं जाकर सरकार ने मदद का हाथ बढ़ाया. कई बैठकों के बाद बागान प्रबंधन ने फिर से बागान चालू किया. लेकिन स्थिति नहीं सुधरी. श्रमिक मजदूरी व अन्य सुविधाओं से वंचित है. आखिरकार तंग आकर श्रमिकों ने गेट मीटिंग व विरोध प्रदर्शन आन्दोलन शुरू किया.
चाय बागान श्रमिक नेता सूरज छेत्री ने बताया कि श्रमिकों को मजदूरी नहीं मिल रहा, ना तो इलाज की व्यवस्था है, ना ही अन्य सुविधाएं. बागान को ठीक से संचालन करने की मांग को लेकर बागान प्रबंधन को तीन अगस्त को चिट्ठी दिया गया था. उस चिट्ठी में बताया गया था कि 10 दिनों के भीतर समस्या का समाधान नहीं होने पर श्रमिक लगातार आन्दोलन करेंगे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement