सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) ने 200 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के खिलाफ अब जलपाईगुड़ी में भी आंदोलन की तैयारी शुरू हो गई है. अब तक इस घोटाले को लेकर सिर्फ सिलीगुड़ी में ही कांग्रेस तथा वाममोर्चा जैसे विपक्षी दल आंदोलन कर रहे थे, लेकिन पहली बार अब जलपाईगुड़ी में भी आंदोलन की तैयारी चल रही है.
गौरतलब है कि एसजेडीए के कार्य क्षेत्र में सिलीगुड़ी के साथ-साथ जलपाईगुड़ी का इलाका भी आता है. इस घोटाले के खिलाफ अब तक जितने भी आंदोलन हुए वह सिलीगुड़ी केन्द्रित था, लेकिन अब जलपाईगुड़ी में भी आंदोलन के ऐलान से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं. जलपाईगुड़ी में ना केवल वाममोर्चा, बल्कि कांग्रेस ने भी इस घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की है. ऐसा नहीं होने पर 16 मई को लोकसभा चुनाव परिणाम सामने आने के बाद आंदोलन की धमकी दी गई है.
इस संबंध में जलपाईगुड़ी जिला वाममोर्चा के कन्वेनर तथा माकपा के जिला सचिव कृष्ण बनर्जी ने कहा है कि जिस तरह से सारधा चिटफंड मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है, उसी तरह से एसजेडीए घोटाले की जांच भी सीबीआई द्वारा की जानी चाहिए. उन्होंने राज्य पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य पुलिस ईमानदारी से इस मामले की जांच नहीं कर रही है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की शह पर आरोपियों को बचाने का काम हो रहा है. उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि एक बार लोकसभा चुनाव परिणाम सामने आ जाने पर वह इस मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे. दूसरी तरफ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष निर्मल घोष दस्तीदार ने भी कुछ इसी तरह के आंदोलन की धमकी दी है. उन्होंने भी इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की.