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जलपाईगुड़ी जिले में 14 हजार बच्चे कुपोषण के शिकार

जलपाईगुड़ी : उत्तर बंगाल के विभिन्न चाय बागान इलाकों एवं दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में बच्चों के समुचित विकास के लिए केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न योजनाएं चलायी जा रही हैं. इसके बावजूद इन इलाकों के बहुत से बच्चे कुपोषण का शिकार होते हैं. आंकड़े बताते है कि सिर्फ जलपाईगुड़ी जिले में 14 हजार […]

जलपाईगुड़ी : उत्तर बंगाल के विभिन्न चाय बागान इलाकों एवं दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में बच्चों के समुचित विकास के लिए केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न योजनाएं चलायी जा रही हैं. इसके बावजूद इन इलाकों के बहुत से बच्चे कुपोषण का शिकार होते हैं. आंकड़े बताते है कि सिर्फ जलपाईगुड़ी जिले में 14 हजार बच्चे कुपोषित हैं. कुपोषण दूर करने के लिए सरकार की ओर से जिले में समेकित बाल विकास योजना (आइसीडीएस) चालू है, लेकिन यह योजना खुद समस्याग्रस्त है.

जलपाईगुड़ी जिले में समेकित बाल विकास योजना के तहत 3936 आंगनबाड़ी केंद्र हैं. विभागीय सूत्रों से पता चला है कि साल 2010 से विभाग में कोई कर्मचारी नियुक्त नहीं किया गया है. इस कारण आगंनबाड़ी कर्मचारी, सहायिका एवं सुपरवाइजर के अनेक पद खाली हैं. कई बार एक ही कर्मचारी से दो या उससे अधिक केंद्रों में काम लिया जाता है.
हर एक आंगनबाड़ी केंद्र में नियुक्त एक कर्मचारी व एक सहायिका पर इलाके के छह साल तक के बच्चों व गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार खिलाने की जिम्मेदारी होती है. यहां बच्चों को प्री-स्कूल की पढ़ाई भी करवायी जाती है. लेकिन जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में सैकड़ों की संख्या में रिक्त पदों पर नियुक्ति नहीं हो रही है, जिससे परिसेवा बाधित हो रही है.
विभागीय सूत्रों से पता चला है कि जिले का माल ब्लॉक बच्चों के कुपोषण में सबसे ऊपर है. यहां 3066 बच्चे कुपोषण से पीड़ित हैं. धूपगुड़ी ब्लॉक में 3048 बच्चों में कुपोषण पाया गया है. मेटेली ब्लॉक में यह संख्या सबसे कम है. यहां 1043 बच्चों में कुपोषण है. जहां जिले में हजारों बच्चे कुपोषण से ग्रसित हैं, वहीं इसकी रोकथाम की व्यवस्था काफी ढीलीढाली है.
आइसीडीएस ने कर्मचारियों के अभाव को बताया कारण
जिले में पोषण पुनर्वास केंद्रों का भी भारी अभाव
3066
बच्चे माल ब्लॉक में कुपोषण से हैं पीड़ित, यहां सबसे अधिक कुपोषित
3048
बच्चे कुपोषण ग्रस्त हैं धूपगुड़ी ब्लॉक में
1043 बच्चे कुपोषण के शिकार हैं मेटेली ब्लॉक में
विभाग में कर्मचािरयों की भारी कमी : योजना अधिकारी
जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी जगन्नाथ सरकार ने बताया कि मयनागुड़ी ब्लॉक में एक पोषण पुनर्वास केंद है. और दो केंद्र के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. आइसीडीएस के जलपाईगुड़ी जिला योजना अधिकारी पीयूष साहा ने बताया कि विभाग में कर्मचारियों का भारी अभाव है. फिर भी तुलनात्मक रूप से हर साल कुपोषित बच्चों की संख्या घटाने में विभाग को सफलता मिल रही है. 2016 साल में यह संख्या 20 हजार से ज्यादा था. लेकिन अब 14 हजार बच्चे कुपोषित है. इसे भी जल्द ही नियंत्रित कर लिया जायेगा.
जलपाईगुड़ी जिले में समेकित बाल विकास योजना के तहत 3936 आंगनबाड़ी केंद्र हैं

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