इस अस्पताल के फीमेल सर्जिकल वार्ड में चिकित्साधीन मरीज रजंती महतो ने बताया कि उसने डर से शौचालय जाना ही बंद कर दिया है. हादसेवाले वार्ड में कार्यरत चिकित्सक अनुतोष माइती ने बताया कि घायल मरीज फिलहाल खतरे की सीमा से बाहर है. इस संबंध में उच्च स्तरीय प्रबंधन को अवगत कराया गया है. नवनिर्मित अस्पताल भवन में बार-बार हो रहे हादसों की वजह से अस्पताल के मरीजों व उनके परिजनों में डर बैठ गया है. विगत तीन जुलाई को केवल घंटे भर की बारिश से इस अस्पताल के इमरजेंसी विभाग के पास की दीवार टूट गयी थी. इसके बाद आपातकालीन तत्परता से इस दसमंजिला भवन का निर्माण करनेवाली ठेकेदार संस्था ने मरम्मत का काम शुरू किया.
उल्लेखनीय है कि गत 11 दिसंबर से रायगंज सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में मरीजों को जिला अस्पताल से शिफ्ट किया गया है. अब यहां काफी संख्या में मरीजों व उनके परिजनों का आगमन हो रहा है. रायगंज अस्पताल के सहायक अधीक्षक गौतम दास ने बताया कि इस संबंध में जो कहना है उच्च स्तरीय प्रबंधन ही कहेगा.