नागराकाटा: कब्रिस्तान में एक प्राइवेट कंपनी के मोबाइल टॉवर के निर्माण का आदिवासियों ने विरोध करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. बुधबार सुबह नागराकाटा चाय बागान के चादर लाइन और यमुना मोड़ के लोगों ने इकट्ठा होकर ब्रिटिशकालीन कब्रिस्तान में बन रहे मोबाइल टॉवर का काम बंद करवा दिया. मोबाइल टॉवर के निर्माण की अनुमति बागान […]
नागराकाटा: कब्रिस्तान में एक प्राइवेट कंपनी के मोबाइल टॉवर के निर्माण का आदिवासियों ने विरोध करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. बुधबार सुबह नागराकाटा चाय बागान के चादर लाइन और यमुना मोड़ के लोगों ने इकट्ठा होकर ब्रिटिशकालीन कब्रिस्तान में बन रहे मोबाइल टॉवर का काम बंद करवा दिया. मोबाइल टॉवर के निर्माण की अनुमति बागान प्रबंधक की ओर से दिये जाने की जानकारी मिलने पर लोगों ने बागान के सहायक प्रबंधक का घेराव किया. बाद में इसी विषय को लेकर नागराकाटा प्रखंड कार्यालय के सामने भी विरोध प्रदर्शन किया गया. बाद में निर्माण कार्य बंद करने का आश्वासन मिलने पर विरोध प्रदर्शन खत्म हुआ.
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मोबाइल टॉवर का निर्माण कार्य कुछ दिन पहले शुरू हुआ था. तभी से स्थानीय लोग कब्रिस्तान में मोबाइल टॉवर निर्माण का विरोध कर रहे थे. इस विषय से ब्लॉक प्रशासन व पुलिस को भी अवगत कराया जा चुका था.
फिर भी कोई नतीजा नहीं निकलने पर चाय श्रमिकों ने चाय बगान के काम से अनुपस्थित रहकर मोबाइल टॉवर निर्माण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया. चाय बागान के प्रबंधक राजेन्द्र सिंह को कार्यालय में घेरकर कई घंटों तक श्रमिकों ने विक्षोभ प्रर्दशन किया. प्रबंधक ने आंदोलित लोगों से बातचीत की, पर विरोध प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ. बाद में प्रदर्शनकारी बागान से प्रखंड कार्यालय पहुंचे और वहां विरोध शुरू किया.
स्थानीय निवासी पारुल उरांव, कुमारी उरांव जैसी महिला श्रमिकों ने बताया कि हम ब्रिटिश जमाने से इस कब्रिस्तान में मृतकों को कब्र देते आ रहे हैं. हमलोगों को बिना जानकारी दिये बागान प्रबंधक ने यहां पर मोबाइल टॉवर बनाने की अनुमति दी है, जो हमे कतई मंजूर नहीं है. बगान प्रबंधक राजेन्द्र सिंह ने कहा कि जिस जगह टॉवर बन रहा है, वह बागान की ही जमीन है. समस्या को मिल-बैठकर सुलझाया जायेगा. नागराकाटा के बीडीओ सांगेपेमा भूटिया ने बताया कि टॉवर को लेकर जब विरोध प्रर्दशन हो रहा था, तब मैं यहां नहीं था. बाद में मुझे घटना की जानकारी मिली. पूरे मामले की जांच करके उपयुक्त कदम उठाया जायेगा.