इसलिए वहां अब कोई भी राजनेता जाने के लिए स्वतंत्र है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि यदि कोई राजनेता वहां जाता है, तो किसी तरह की बाधा उत्पन्न नहीं होगी. उल्लेखनीय है कि विनय तमांग ने कहा है कि भाजपा नेताओं व सांसद एसएस अहलुवालिया के पहाड़ आने पर जनता के सवालों का उन्हें जवाब देना होगा.
इस बयान से राजनैतिक हलकों में खलबली है. सनद रहे कि वाम मोर्चा सरकार के समय गोजमुमो ने तत्कालीन नगर विकास मंत्री के पहाड़ जाने पर बंदिश लगा दी थी. विनय तमांग के बयान से उन्हीं दिनों की याद एक बार फिर ताजा हो गयी है.