मालदा : गंगा के कटाव में 60 घर व एक स्कूल समा गया है. कई गांव के लोग इस कटाव से आतंकित हैं. बुधवार सुबह से ही कालियाचक तीन नंबर ब्लाक के शोभापुर-पारदेनापुर ग्राम पंचायत इलाके में गंगा नदी के कई किमी क्षेत्र में कटाव शुरू हुआ. इस कटाव से पारअनूपनगर प्राथमिक विद्यालय नदी में समा गया. साथ ही मंडलपाड़ा, अनूपनगर, पारदेनापुर समेत विभिन्न इलाकों में लगातार कटाव हो रहा है. कटाव से ग्रामीणों में नये सिरे से आतंक फैल गया है. ग्रामीणों ने फरक्का बैराज प्रबंधन के विरुद्ध रोष जताया है. प्रशासन के अधिकारियों को भी इस घटना के लिए ग्रामीणों ने जिम्मेदार ठहराया है.
पार अनूपनगर प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षक मिलन चंद्र दास ने बताया कि पाई-पाई जोड़कर इस स्कूल को बनाया था. स्कूल के सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं के लंबे प्रयास एवं सरकारी मदद से यह प्राथमिक विद्यालय बना था, लेकिन गंगा के कटाव से पूरा स्कूल नदी में समा गया. अब बच्चों को लेकर पेड़ के नीचे पढ़ाने के अलावा कोई उपाय नहीं है. पार अनूपनगर गांव के निवासियों ने बताया कि सुबह से कई गांवों में कटाव चल रहा है. कटाव की वजह से 60 घर नदी में समा गये हैं. इस विषय की जानकारी होने के बावजूद प्रशासन का कोई भी प्रतिनिधि एकबार भी देखने तक नहीं आया.
फरक्का बैराज प्रबंधन इतने दिनों से कटाव रोकने का काम करते आ रहा है, लेकिन इसबार उसने भी हाथ खड़े कर दिये. प्रशासन व फरक्का बैराज प्रबंधन के बीच खींचतान की वजह से आमलोगों की दिक्कतें बढ़ गयी हैं. प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक बैराज के डाउन स्ट्रीम में करीब 5 किमी दूर पर स्थित है शोभापुर-पारदेनापुर ग्राम पंचायत. पिछले कई वर्षों से गंगा की इस डाउन स्ट्रीम में कटाव हो रहा है.
हालांकि इस क्षेत्र में कटाव रोकने का काम फरक्का बैराज प्रबंधन कर रहा है. यहां जिला प्रशासन की कोई भूमिका नहीं है. कटाव रोकने के लिए सिंचाई विभाग अस्थायी रूप से बालू का बोरा, बांस से कटाव रोकने में जुटा है. इस बारे में फरक्का बैराज के जेनरल मैनेजर एके सिंह ने कोई मंतव्य नहीं किया है. जिला सिंचाई विभाग के अधिकारी प्रणव कुमार सामंत ने बताया कि शोभापुर व पारदेनापुर इलाके में गंगा में कटाव शुरू हुआ है. एक स्कूल नदी में समा गया है. फरक्का बैराज प्रबंधन को इस संबंध में अवगत कराया गया है.