गौरतलब है कि रायगंज के पूर्व सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी ने भी काफी गंभीर प्रयास किये थे.सूत्र के अनुसार, बंगाल और बिहार के मुख्यमंत्रियों की कोशिशों के बाद यह सपना साकार हो चला है.
तीन मई, 2017 को उत्तर दिनाजपुर की जिलाधिकारी आयेशा रानी और कटिहारके डीएम मिथिलेश कुमार ने संयुक्त रूप से इलाके का जायजा लिया. इसके बाद हाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जिला दौरा के समय सांसद ने पुन: यह मसला उठाया जो जिला प्रशासन हरकत में आया. डीएम ने तत्काल ही इलाके का दौरा कर विभागीय इंजीनियरों को जरूरी कदम उठाने को आदेश दिये. रायगंज के वाहिन के पास पुल निर्माण के लिये मिट्टी की जांच की गई और परियोजना की प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की गयी. जिलाधिकारी ने बताया, सड़क और सेतु निर्माण के लिये जरूरी सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गयी हैं. जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. पश्चिम दिनाजपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के सचिव शंकर कुंडू ने इस फैसले को क्रांतिकारी बताया जबकि टीएमसी के जिलाध्यक्ष अमल आचार्य ने कहाक कि मुख्यमंत्री हमेशा जनहित के मामलों को वरीयता देती हैं.