दुर्गापुर. मिनी बस संचालकों तथा टोटो, ऑटो चालकों का विवाद दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. आये दिन मिनी बस संचालकों तथा टोटो, ऑटो चालकों के बीच विवाद व झड़प होता रहता है. दोनों पक्षों के बीच रूट सहित यात्री संबंधित कई मुद्दों को लेकर हुई कई दफा बैठकों के बाद भी विवाद सुलझता नहीं दिख रहा है. दुर्गापुर के टाउनशिप इलाके में आयोजित रथयात्रा मेला में याित्रयों को बैठाने को लेकर विवाद एक बार फिर से शुरू हो गया है. गौरतलब है कि इस्पात नगरी स्थित राजीव गांधी स्मारक मैदान में आयोजित रथ मेला उत्सव में रोजाना हजारों की तादाद में दर्शानार्थियों की भीड़ उमड़ रही है.
भीड़ को देखते हुये उत्सव मैदान के बाहर टोटो और ऑटो की लम्बी कतार बरबस देखी जा रही है. बस संचालकों का आरोप है कि शाम ढलते ही टोटो और ऑटो वाले अपने निर्धारित रूट को छोड़ कर मेला प्रांगण के समीप एकत्रित हो जा रहे हैं. इससे इलाके में चलने वाले रूट बसों में यात्रियों की कमी हो रही है. इस कारण बस संचालकों को नुकशान झेलना पड़ रहा है.
बस संचालकों का कहना है कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले दिनों में बसों का परिचालन कठिन हो जायेगा. उनका आरोप है कि मुद्दे को लेकर कई बार हुई बैठकों का कोई नतीजा नहीं निकल पाया है. प्रशासन भी समस्या को लेकर आंख मूंदे हुए हैं. बस मालिकों ने आने वाले 10 जुलाई को मिनी बसों का परिचालन ठप्प करने की चेतावनी दी है. दुर्गापुर महकमा मिनी बस ऑपरेटर एसोसिएशन के सचिव आलोक चटर्जी ने कहा कि समस्या को लेकर प्रशासन के समक्ष कई बार गुहार लगायी गयी लेकिन आश्वासन के िसवाय कुछ भी नहीं मिला. समस्या के कारण विभिन्न रूटों खासकर बी-जोन और 54 फुट के रूट पर यात्रियों का टोटा हो गया है.
टोटो तथा ऑटो संचालकों ने बस संचालकों पर उल्टे आरोप लगाते हुये कहा िक मेले से यात्रियों को चढ़ाने के िलये बस संचालक रूट छोड़ कर चले आते हैं. मेला प्रांगण के समीप खडे होकर यात्रियों को चढ़ाने में जुट जाते हैं जबकि हमलोग अपने रूटों के आधार पर मेला प्रांगण तक जाते हैं. इस सम्बन्ध में दुर्गापुर महकमा शासक शंख सांतरा ने कहा कि मनमाने तरीके से चलने वाले टोटो और ऑटो के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी तथा सभी पक्षों को बैठाकर मुद्दे को सुलझाने का प्रयास किया जायेगा.