सिलीगुड़ी. शहर के निजी नर्सिंगहोम के चिकित्सक की लापरवाही से एक प्रसूता के मौत के मामले की जांच के लिये स्वास्थ विभाग ने एक जांच कमिटी गठित किया है. तीन सदस्यों की यह जांच कमिटी प्रसूता की पूरी मेडिकल रिपोर्ट और नर्सिंगहोम से जुड़े कागजात की जांच कर अपना रिपोर्ट सौंपेगी. जबकि नर्सिंगहोम प्रबंधन का कहना है कि प्रसूता के इलाज किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गयी थी. जांच के बाद यह बात भी साबित हो जायेगी.मिली जानकारी के बीते 14 फरवरी को प्रसूता पामेला दत्ता को प्रसव के लिये सिलीगुड़ी के मित्रा नर्सिंगहोम में भर्ती कराया गया था. 15 फरवरी को उसका सिजेरियन ऑपरेशन हुआ. महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया.
ऑपरेशन के बाद जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ थे लेकिन शाम से महिला की तबियत बिगड़ने लगी. परिवार वालों का आरोप है कि यहां चिकित्सा की उचित व्यवस्था नहीं होने के पामेला को माटीगाढ़ा के नेवटिया अस्पताल में भरती कराया गया. वहां बताया गया कि पामेल की दोनों किडनी फेल हो गयी है.
नौ मार्च को पामेला दत्ता ने दम तोड़ दिया. इसके बाद उसके पति देवब्रत दत्ता ने मित्रा नर्सिंगहोम के डॉक्टर अनिर्वान दत्ता पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर सिलीगुड़ी थाने में एक एफआईआर दर्ज करा दी. देवब्रत दत्ता का कहना है कि पामेला का सिजेरियन ऑपरेशन डॉ. अनिर्वान मित्रा ने किया. बच्ची के जन्म के बाद पामेला की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. उसकी स्थिति देखकर नर्सिंगहोम ने फिर से पामेला का ऑपरेशन किया. देवब्रत दत्ता का आरोप है कि सिजेरियन ऑपरेशन करते समय ही डॉ. अनिर्बान मित्रा द्वारा लापरवाही बरती गयी है जिसकी वजह से पामेला की मौत हुयी.
इस संबंध में जिला मुख्य स्वास्थ अधिकारी डा. असित विश्वास ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है. इस मामले की जांच के लिये तीन सदस्यों की एक कमिटी बनायी गयी है. महिला की सभी मेडिकल रिपोर्ट और मित्रा नर्सिंगहोम के सभी कागजातों की जांच कर कमिटी अपना रिपोर्ट तैयार करेगी. जिसके आधार पर आगे की कार्यवायी की जायेगी.
इधर, मित्रा नर्सिंगहोम के सर्वेसर्वा व डॉ. अनिर्बान मित्रा के पिता डॉ. के.सी मित्रा का कहना है कि महिला के ऑपरेशन में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गयी है. स्वास्थ विभाग की जांच में हम सहयोग करेगें.