सोमवार को भी अस्पताल के चिकित्सक डॉ चंद्राशीष चक्रवर्ती और डॉ लावनी बासु के अलावा अस्पताल के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी सइबाल मुखर्जी से पूछताछ की गयी और उनका भी बयान रिकॉर्ड किया गया. इस घटना से जुड़े जो कागजात अस्पताल की तरफ से उन्हें भेजा गया है. उसकी भी जांच हो रही है. सभी जांच पूरी करने के बाद अस्पताल के पूर्व सीइओ रुपाली बसु को पूछताछ के लिए बुलाया जायेगा. अस्पताल में उनकी मौजूदगी में इस तरह की लापरवाही की घटना घटी. उस समय जब तक वह पद पर थीं, तब उन्होंने क्या कार्रवाई की. उन्हें जब इस लापरवाही का पता चला तो उन्होंने कोई कदम क्यों नहीं उठाया. इस बारे में पूछताछ करने की पूरी तैयारी पुलिस की तरफ से की जा रही है.
प्राथमिक जांच में संजय राय के इलाज में लापरवाही एवं कागजात के साथ छेड़छाड़ का सबूत मिला है. कमेटी ने किसी के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश नहीं की है, क्योंकि ऐसा करना उसके दायरे में नहीं था. अब यह देखना होगा कि असल में संजय राय की मौत के लिए दोषी कौन है. किसकी लापरवाही से युवक की मौत हुई. इसकी जांच एवं दोषियों को चिह्नित करने के लिए एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी में डॉ गोपाल ढाली, डॉ मधुसूदन बनर्जी एवं डॉ विश्वरंजन सत्पती शामिल हैं. यह कमेटी 72 घंटों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. इसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.