उन्होंने कहा कि इस्राइल की एक कंपनी के प्रतिनिधियों ने इलाके का दौरा कर वहां जायजा लिया है. इस्राइली कंपनी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर खारे पानी को पीने के योग्य बनाने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगायेगी. श्री मुखर्जी ने बताया कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) अभी तक तैयार नहीं हुई है आैर इसके बारे में हम लोग एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) के साथ चर्चा करेंगे. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगने से लाखों लोग लाभान्वित होंगे आैर इन इलाकों में पीने के पानी की कोई कमी नहीं रह जायेगी. इसके साथ ही राज्य सरकार बांकुड़ा व पुरुलिया जिलों में भी पर्याप्त मात्रा में पीने के पानी की आपूर्ति के लिए पहल कर रही है. आधे बांकुड़ा जिले में पानी की आपूर्ति दामोदर नदी से की जाती है. जिला के बाकी हिस्सों में साफ व सुरक्षित पीने के पानी की आपूर्ति के लिए कदम उठाया गया है. इस परियोजना को एडीबी ने फंड उपलब्ध कराया है.
पुरुलिया जिले में भी पानी की कमी दूर करने के लिए समान पहल की गयी है. पुरुलिया में इस परियोजना को जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी वित्त पोषण कर रही है. सरकार को उम्मीद है कि इन परियोजनाआें के पूरा होने पर इन दो जिलों में पीने के पानी की किल्लत दूर हो जायेगी.