प्राप्त कागजात के अनुसार रोजवैली ने पूर्वी भारत में होटल व रिसोर्ट व्यवसाय में लगभग 100 करोड़ रुपये के निवेश की योजना की घोषणा की थी. इनके माध्यम से वह निवेशकों के बीच विश्वास पैदा करना चाहती थी कि रोजवैली एक विश्वसनीय कंपनी है और इसमें निवेश करने में कोई परेशानी नहीं है. पूरे मामले की जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि कुंडू ने बिहार, झारखंड, बंगाल व असम के विभिन्न इलाकों में अपनी विभिन्न इकाइयों का विस्तार दिखा कर निवेशकों को प्रलोभित करते थे.
कंपनी द्वारा झारखंड के रांची में होटल व रिसोर्ट व्यवसाय में विस्तार की लगातार घोषणाएं की जाती रही थी. इसके साथ ही कंपनी द्वारा असम और बराक वैली में रोजवैली के 100 से भी ज्यादा शाखाएं होने तथा उनमें 1500 से अधिक लोगों के रोजगार की बात कही जाती थी. रोजवैली द्वारा सिलचर, काजीरंगा, जोरहाट, बदोरपोर और नार्थ लखिपुर में भी होटल व रिसोर्ट के रिकार्ड दस्तावेजों में मिले हैं. रोजवैली पहले से ही असम के रियल एस्टेट, पर्यटन इत्यादि क्षेत्र में निवेश करने और बंगाल में भी चार हॉलिडे रिसॉर्ट्स है. मंदार्मोनी, लातागुरी, कुंजानगर और पोर्ट ब्लेयर में होने के तथ्य कागजातों में मिलते हैं.
वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि रोजवैली द्वारा दावा किया जाता था कि कंपनी होटल एवं रिसार्ट्स, मनोरंजन पार्क, मीडिया, मनोरंजन, फैशन, आवासीय, टाउनशिप, वाणिज्यिक परिसरों, एफएमसीजी, यात्रा, पर्यटन, हेल्थकेयर, आइटी, आइटीइएस, शिक्षा, समाज कल्याण व फिल्मों में लगातार काम कर रही है तथा कंपनी की 43 होटलों की श्रृंखला है. इसके साथ ही रोजवैली विभिन्न नामों जैसे रोजवैली होटल, मनोरंजन लिमिटेड, रोजवैली मार्केटिंग सिस्टम लिमिटेड, आधुनिक निवेश प्राइवेट लिमिटेड आदि के नाम से कारोबार करती आ रही है.