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प्रधानमंत्री से मांगा इस्तीफा

कोलकाता: नोटबंदी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला आैर तेज कर दिया है. अब मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने आरोप लगायाह ै कि उनके गलत फैसले से देश में आर्थिक आपदा की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इस हालत में प्रधानमंत्री को अपने पद […]

कोलकाता: नोटबंदी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला आैर तेज कर दिया है. अब मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने आरोप लगायाह ै कि उनके गलत फैसले से देश में आर्थिक आपदा की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इस हालत में प्रधानमंत्री को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. गुरुवार को नवान्न में मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि नोटबंदी के कारण देश का विकास एवं व्यवसाय दोनों ही बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
उन्होंने इलजाम लगाया कि प्रधानमंत्री किसी पर भी भरोसा नहीं करते हैं आैर उन्हें इसकी भी समझ नहीं है कि देश के लिए क्या अच्छा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में कोई टीमवर्क नहीं है. प्रधानमंत्री विशेषज्ञों से परामर्श तक नहीं करते हैं. यह पूरी तरह तानाशाही है. यह मानव निर्मित आपदा है. मुख्यमंत्री के अनुसार यह एक बेहद खतरनाक प्रवृति है. सुश्री बनर्जी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि गलतियां करने के बाद वह छाती व कंधा दिखाते हैं. यह क्या है. इस तरह के डीलडौल की फिल्मों में जरूरत पड़ती है. रावण के कंधे भी काफी चौड़े थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वह प्रधानमंत्री होतीं तो अपनी गलतियों के लिए लोगों से माफी मांग लेतीं आैर अपने में सुधार लाने का प्रयास करतीं. प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें हर हाल में इस्तीफा देना चाहिए. उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. मुझे यह कहने में थोड़ी भी झिझक नहीं हैकि वर्तमान प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार पूरी तरह पटरी से उतर गयी है. वह देश को यह नहीं बता रहे हैं कि आने वाले दिन में क्या होगा. उन्हें यह जरूर स्पष्ट करना चाहिए. देश एवं देश की जनता उनसे यह जानना चाहती है.
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा की गयी घोषणाआें की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी निंदा की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार सेल्समैन की तरह काम कर रही है. श्री जेटली की घोषणा पर ट्वीट के द्वारा प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सेल्समैन की तरह काम कर ही है. उन्होंने अब उत्पादों की बिक्री शुरू कर दी है. उन लोगों ने प्लास्टिक कार्ड बेचना आरंभ कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह मुख्य मुद्दे से ध्यान हटाने का एक हताश प्रयास है. गौरतलब है कि नोटबंदी की घोषणा के एक महीने पूरे होने पर गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्री ने देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए ग्यारह बड़ी घोषणाएं कीं. इनमें डिजिटल तरीके से पेट्रोल पंप पर भुगतान करने पर 0.75 प्रतिशत की छूट, चार लाख 32 हजार किसानों को रूपे कार्ड देने, रेल टिकट की ऑनलाइन खरीदारी पर 0.5 प्रतिशत इत्यादि शामिल हैं.
सुश्री बनर्जी ने कहा कि लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर उन्होंने यह क्यों किया. नोटबंदी से किसे लाभ पहुंचा है. प्रधानमंत्री एवं उनके सहयोगियों को इसका लाभ पहुंचा है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री काले धन की रक्षा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कटाक्ष करते हुए सवाल किया कि केवल सात रेसकोर्स में रहने वाले प्रधानमंत्री ही खायेंगे, दूसरे नहीं. उन्होंने कहा कि कहीं कुछ रहस्यमयी जरूर है. अलीबाबा एवं उसके साथी लाभांवित हो रहे हैं.
कल-कारखाने बंद हो गये. कृषि ठप्प पड़ गयी है. निर्माण कार्य पूरी तरह बंद हो गया है. लोग बेरोजगार हो गये हैं. पर प्रधानमंत्री इस स्थिति पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. वह केवल विरोध करने वालों को चोर बता रहे हैं. सुश्री बनर्जी ने कहा कि भाजपा ने कहां-कहां जमीन खरीदा, इसके काफी प्रमाण सामने आ गये हैं. बंगाल में भी हम लोग इसकी जांच करेंगे.

नोटबंदी का विरोध करने पर हम लोगों को आतंकवादी व काले धन का समर्थक बताया जा रहा है. पर हमें स्पष्टीकरण मांगने का अधिकार है. सुश्री बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी के खिलाफ हम लोग हर मंच पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हम लोग राष्ट्रपति से मिल चुके हैं. इस मुद्दे को संसद, विधानसभा एवं जनसभाआें में उठा रहे हैं. सभी विपक्षी दल इसके खिलाफ लड़ रहे हैं. मैं सभी विपक्षी दलों के साथ संपर्क में हूं. अगर मैं अकेली भी पड़ जाऊं तो भी मैं लड़ती रहूंगी.
नोटबंदी से हो रही परेशानी को स्वीकार करें पीएम : ममता
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि नोटबंदी के कारण एक महीने से लोगों को काफी दिक्कत हुई है. अब तक देश में 90 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रधानमंत्री को देश के सामने स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और इसकी पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने नोटबंदी के फैसले के एक महीना पूरा होने पर गुरुवार को अपने फेसबुक पर किए एक पोस्ट में कहा कि एक महीने से पीड़ा, दर्द, नाउम्मीदी, वित्तीय असुरक्षा और पूरी तरह अराजकता. आठ नवंबर को नोटबंदी के काले निर्णय की घोषणा करने के बाद आम आदमी को यही सब हासिल हुआ है. कोई काला धन जब्त नहीं हुआ है. बल्कि आम आदमी का उजला धन छीना गया है. प्रधानमंत्री को स्थिति पर देश को स्पष्टीकरण देते हुए पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
सीएम ने कहा कि विदेशों से भी काला धन बरामद नहीं हो सका. तथाकथित काला धन की बरामदगी के नाम पर केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी ने जमीन, बैंक में जमा राशि, सोना, हीरे जवाहरात आदि संपत्तियां बनायी और अब ज्यादा पूंजीवादी बन गयी है. उत्पादन काफी गिर चुका है. कृषि गतिविधियां तबाह हो चुकी हैं. खरीद-बिक्री अप्रत्याशित रूप से नीचे चली गयी है. अर्थव्यवस्था डगमगा गयी है. पूरा देश अभूतपूर्व वित्तीय आपातकाल से गुजर रहा है. किसानों, मजदूरों, असंगठित क्षेत्र के कामगारों, चाय बागान, बीड़ी और जूट मजदूरों, नियोजित वर्ग, छात्र, मरीज, बुजुर्ग लोगों की जिंदगी तबाह हो गयी है. आम आदमी असहाय है. गंभीर नकदी संकट के कारण माताओं एवं बहनों को अपनी छोटी निजी बचत को त्यागने के लिए बाध्य होना पड़ा है.कोई नहीं जानता कि यह दुर्भाग्यपूर्ण संकट कब खत्म होगा. कोई नहीं जानता कि आम आदमी की दिक्कतों और मुश्किलों का खात्मा करने की सद् बुद्धि कब आयेगी. कोई नहीं जानता कि देश में क्या अच्छा हुआ है.
ममता का दावा : नोटबंदी के कारण हुई 90 लोगों की मौत
कोलकाता. मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने दावा किया है कि केंद्र द्वारा एक महीने पहले 500 व 1000 रुपये के नोटों को अमान्य किये जाने के बाद पैदा हुई मुश्किलों के कारण देश भर में 90 लोगों की मौत हो गयी है. गुरुवार को ममता बनर्जी ने ट्विटर पर कहा कि नोटबंदी की घोषणा किये एक महीना हो गया. 90 से अधिक लोगों की मौत हो गयी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन मौतों के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा : और कितनी मौतें मोदी बाबू. शुरुआत से ही नोटबंदी का विरोध कर रही और इस फैसले को वापस लिये जाने की मांग कर रहीं ममता बनर्जी ने पिछले महीने लखनऊ व पटना में नोटबंदी के फैसले के विरोध में सभाएं आयोजित करने के अलावा दिल्ली में धरने में भी भाग लिया था.

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