कोलकाता: पारुईकांड की जांच अब सीआइडी की जगह विशेष जांच दल (एसआइटी) कलकत्ता हाइकोर्ट की निगरानी में करेगा. न्यायाधीश दीपंकर दत्त ने यह निर्देश दिया है.
जांच की रिपोर्ट अदालत को चार मार्च को सौंप जायेगी. यह रिपोर्ट राज्य के डीजी देंगे. जांच दल में सीआइडी के एडीजी, सीआइडी के आइजी, सीआइडी के डीएसपी और एक इंस्पेक्टर होंगे.
जांच दल का नेतृत्व एडीजी-सीआइडी करेंगे. जांच हाइकोर्ट की निगरानी में होगी. अदालत ने यह स्पष्ट निर्देश दिया है कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष हो और बाहरी किसी दबाव में चाहे वह राज्य सरकार हो या कोई राजनीतिक दल, जांच टीम नहीं आयेगी. 21 जुलाई को पंचायत चुनाव के बागी तृणमूल नेता और निर्दलीय उम्मीदवार हृदय घोष के पिता सागर घोष को गोली मार दी गयी थी. 23 जुलाई को अस्पताल में सागर घोष ने दम तोड़ दिया था. पुलिस ने नेपाल कृष्ण राय व नवकृष्ण राय सहित कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था.
बाद में इन्हें जमानत मिल गयी. उन लोगों ने हाइकोर्ट में कहा कि उन्हें फंसाया गया है और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. 23 दिसंबर को जज संजीव बनर्जी ने जांच सीआइडी को सौंपी थी. जज दीपंकर दत्त की अदालत में मामला जाने पर सीआइडी जांच पर नाराजगी जताते हुए अदालत ने निष्पक्ष एंजेंसी से जांच कराने के संकेत दिये थे. गुरुवार को आवेदनकारियों ने पुलिस अधिकारी सोमेन मित्र व संजय मुखर्जी को जांच का जिम्मा देने का अनुरोध किया. हालांकि सरकार ने इसका विरोध भी किया. गुरुवार को ही न्यायाधीश ने संजय मुखर्जी से इस बाबत बात की थी. हालांकि शुक्रवार को जांच का जिम्मा एसआइटी को सौंप दिया गया.