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एसएसकेएस अस्पताल अग्निकांड : 70 मरीज सुरक्षित निकाले गये
एसएसकेएम. अस्पताल कर्मी व डॉक्टरों की मदद से सुरक्षित निकाले गये मरीज बिल्डिंग के जिस भाग में आग लगी थी, उस भाग में बर्न सर्जरी, गायनो लाइगेन ओटी, एनपीएस (न्यू प्लास्टिक सर्जरी ओटी), प्लास्टिक सर्जरी, पुरुष व महिला वार्ड है कोलकाता : राज्य के सबसे बड़े व एक मात्र मल्टी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल एसएसकेएम अस्पताल […]
एसएसकेएम. अस्पताल कर्मी व डॉक्टरों की मदद से सुरक्षित निकाले गये मरीज
बिल्डिंग के जिस भाग में आग लगी थी, उस भाग में बर्न सर्जरी, गायनो लाइगेन ओटी, एनपीएस (न्यू प्लास्टिक सर्जरी ओटी), प्लास्टिक सर्जरी, पुरुष व महिला वार्ड है
कोलकाता : राज्य के सबसे बड़े व एक मात्र मल्टी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल एसएसकेएम अस्पताल के रोनाल्ड रॉस बिल्डिंग के छठे फ्लोर पर स्थित लाइब्रेरी में आग लगी थी. हालांकि आग कैसे लगी इसका खुलासा अब तक न तो दमकल और न ही अस्पताल प्रबंधन द्वारा किया गया है.
इस बिल्डिंग के जिस भाग में आग लगी थी उस भाग में बर्न सर्जरी, गायनो लाइगेन ओटी, एनपीएस (न्यू प्लास्टिक सर्जरी ओटी), प्लास्टिक सर्जरी, पुरुष महिला वार्ड स्थित हैं. घटना के दौरान उपरोक्त भाग में करीब 70 महिला व पुरुष मरीज चिकित्सारत थे. आग की खबर से उनमें दहशत का माहौल व्याप्त हो गया.
आग लगने के बाद डॉक्टर व अस्पताल कर्मचारी और स्थानीय लोगों की मदद से मरीजों को बिल्डिंग से सुरक्षित बाहर निकाला गया. सभी मरीजों को अस्पताल के प्रशासनिक भवन के ग्राउंड फ्लोर में शिफ्ट किया गया. स्थिति सामान्य होने के बाद करीब चार बजे मरीजों को दोबारा रोनाल्ड रॉस बिल्डिंग के विभिन्न वार्डों में शिफ्ट किया गया.
ओटी से बेहोशी की हालत में मरीज निकाला गया : रोनाल्ड रॉस बिल्डिंग में आग लगने के बाद अस्पताल के कर्मचारी व चिकित्सक राहत व बचाव कार्य में लगे हुए थे. इस दौरान एक ऐसे मरीज को ओटी से बाहर निकाल गया, जिसकी ऑपरेशन होने वाली थी. जानकारी के अनुसार उसके चेहरे में फ्रैक्चर हुआ था. उसका प्लास्टिक सर्जरी किया जाना था. मरीज का नाम संदीप वर्मन है. संदीप कूचबिहार का रहनेवाला है. उसे सोमवार ओटी में ले जाने के बाद बेहोश करने के कुछ देर बाद ही उक्त घटना घटी. इसके बाद डॉक्टरों ने बेहोशी की हालत में ही मरीज को अस्पताल से बाहर निकाला. अस्पताल परिसर स्थित प्रसाशनिक भवन में ले जाया गया.
क्या एसएसकेएम में कालाधन जलाया गया?
कोलकाता. एसएसकेएम (पीजी) अस्पताल में आगलगी की घटना पर प्रदेश भाजपा महिला मोरचा की सचिव लॉकेट चटर्जी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष किया. कहा कि अस्पताल के जिस तल्ले पर आग लगी वह पिछले कई दिनों से बंद है. सवाल यह उठता है कि वहां आखिर किस चीज को जलाया गया. कहीं कालाधन तो नहीं जलाया गया? मुख्यमंत्री के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वह हमेशा कहती हैं कि साजिश रची गयी है.
इससे पहले मुर्शिदाबाद अस्पताल में हुए अग्निकांड पर भी सीएम ने यही बयान दिया था. बता दें कि सोमवार को प्रदेश भाजपा महिला मोरचा की सचिव लॉकेट चटर्जी समेत अन्य पार्टी नेताओं ने एसएसकेएम अस्पताल का दौरा किया. अस्पताल अधीक्षक कावेरी बराल से मुलाकात भी की. लॉकेट चटर्जी ने कहा कि अधीक्षक ने उन्हें बताया कि लाइब्रेरी हमेशा बंद रहती है. वहां फैन-लाइट कुछ भी नहीं चलता. तो आखिरकार वहां आग लगी कैसे? लगता है कि वहां तृणमूल नेताओं ने अपना कालाधन जलाया है. उनके बचाव में ही मुख्यमंत्री ऐसी बयानबाजी कर रही हैं.
अपनी जान पर खेल कर मरीजों को बचाया
एंबुलेंस ड्राइवर और रसोइया ने दिखाया अद्भुत साहस
कोलकाता. सोमवार को पीजी में लगी आग ने एक बार फिर आमरी कांड की याद ताजा कर दी है. आमरी में लगी भयावह आग के बाद मरीजों को ट्रॉली पर बेहोशी की अवस्था में किसी तरह से अस्पताल के बाहर निकाला गया था. सोमवार पीजी में भी कुछ इसी तरह का नजारा देखा गया. पीजी के रसोई घर में कार्यरत रोहित मल्लिक ने बताया कि उसके पिता अस्पताल के वुडर्बन विभाग में भरती हैं.
वह अपने पिता के लिए दवा लेने जा रहा था. तभी उसकी पत्नी ने फोन पर जानकारी दी की अस्पताल के कॉर्डियोलॉजी विभाग में आग लग गयी है. जानकारी पाकर वह तुरंत मौके पर पहुंचा वहां पहुंचकर उसे पता चला कि रोनाल्ड रॉस की छठी मंजिल पर लाइब्रेरी में आग लगी है. वह तुरंत बिल्डिंग के अंदर पहुंचा तो चौथे व पांचवे मंजिल पर अफरा तफरी मची हुई थी. डॉक्टर व अस्पताल के अन्य कर्मी मरीजों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे. इसके बाद रोहित खुद राहत व बचाव कार्य में जुट गया.
उसने अपनी जान पर खेल कर दो मरीजों को बाहर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया. उसने दोनों मरीजों को सीढ़ी से उतारा. वहीं स्थानीय एंबुलेंस चालक विनोद साह ने भी अपनी जान की परवाह किये बिना राहत व बचाव कार्य में जुट गया. विनोद ने बताया कि वह अस्पताल के अन्य कर्मियों के साथ मिलकर इमारत की चौथे मंजिल के वार्ड व ओटी से कुछ मरीजों को बाहर निकाला. उसने बताया कि मरीजों को ट्रॉली, स्ट्रेचर तथा कुछ मरीजों को चादर में लपेट कर नीचे उतारा गया.
मुख्यमंत्री, मंत्रियों समेत स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी पहुंचे पीजी
घटना के बाद इएनटी व आर्थोपेडिक आउटडोर हुआ बंद
कोलकाता : सोमवार को पीजी में आग लगने की घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अस्पताल पहुंची. मुख्यमंत्री के अस्पताल पहुंचने के बाद दमकल मंत्री व मेयर शोभन चटर्जी, फिरहाद हकीम, अस्पताल के रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन अरूप विश्वास, डॉ निर्मल मांझी, मुख्य स्वास्थ्य सचिव आरएस शुक्ला, स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक प्रो डॉ सुशांत बंद्योपाध्याय, स्पेशल स्वास्थ्य सचिव प्रो तमाल कांति घोष समेत अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे. यहां पहुंचने पर स्वास्थ्य अधिकारियों ने अस्पताल के अधीक्षक डॉ के बोराल व निदेशक डॉ मंजू बनर्जी के साथ बैठक की. बैठक के बाद मंत्री व पीजी के रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन अरूप राय व निर्मल मांझी पूरे घटना स्थल का जायजा लिया. इसके बाद अरूप राय ने संवाददाताओं को बताया कि अस्पताल के रोनाल्ड रॉस बिल्डिंग में आग कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है.
समस्त विभागों के पुराने तार को बदला जायेगा : स्वास्थ्य सचिव : स्वास्थ्य सचिव आरएस शुक्ला ने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर पीजी समेत राज्य के समस्त सरकारी मेडिकल कॉलेजों के पुराने हो चुके तार को बदल दिया जायेगा. गौरतलब है कि आग्निकांड के बाद आर्थोपेडिक व इएनटी विभाग के आउटडोर को बंद कर दिया गया क्योंकि रोनाल्ड रॉस बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में उक्त विभाग के आउटडोर हैं. इसलिए इन विभागों के आउटडोर को बंद कर दिया गया.
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