यह मिशन भारत सरकार के आइसीटी व आइआइटी मुंबई से जुड़ा हुआ है. छात्रों को तकनीकी स्तर पर दक्ष व प्रशिक्षित करने के लिए फोस (फ्री एंड ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर) पर सॉफ्टवेयर ट्रेनिंग वर्कशॉप शुरू किया जायेगा. इसमें छात्रों को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा.
यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में उपलब्ध आधारभूत संरचना के आधार पर इसे शुरू किया गया है. इस प्रक्रिया में आइअाइटी, बॉम्बे द्वारा भेजे गये प्रस्ताव के बाद इस कार्यक्रम के लिए यूनिवर्सिटी ने कुछ कॉलेजों को नोडल सेंटर के रूप में चिन्हित किया है. नोडल सेंटर के रूप में कॉलेजों की यह जिम्मेदारी होगी कि इस प्रशिक्षण प्रणाली को सिस्टमेटिक व सही समय पर लागू करे. सेंटर दूसरे कॉलेजों को दिशा-निर्देश करने के साथ उन पर निगरानी भी रखेंगे. अलग-अलग क्षेत्र के अनुसार, कलकत्ता ने 17 संबद्ध कॉलेजों को नोडल सेंटर बनाने की सिफारिश की है. नोडल सेंटर के रूप में चुने गये 17 कॉलेजों को एक सूचना भेजी गयी है. इन्हें अलग से प्रशिक्षण दिया जायेगा.