मुख्यमंत्री ने इसकी जांच सीआइडी को सौंपी थी. जानकारी के अनुसार सीआइडी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि आग एसी मशीन से नहीं लगी आैर ना ही बिजली की गड़बड़ी थी.
बता दें कि यह माना जा रहा था कि पुरुष वार्ड के वीआइपी केबिन में लगी एसी मशीन से आग लगी है. पर सीआइडी ने अपनी रिपोर्ट में इसका खंडन किया है. उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने सीआइडी जांच पर सवाल उठाते हुए मामले की जांच सीबीआइ या किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराने की मांग की है. इस सिलसिले में कांग्रेस जल्द अदालत जायेगी.