कोलकाता. राज्य में अपराध नहीं, अपराध के तरीके बढ़ रहे हैं. पहले पुलिस पर सिर्फ चोरी, डकैती, छिनताई जैसे मामलों को सुलझाने का दबाव था लेकिन अब इसके साथ विभिन्न तरीके के साइबर अपराध में काफी इजाफा हुआ है.
शुक्रवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित कोलकाता पुलिस के वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘जयो हे’ में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह बातें कहीं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में किसी एक गलत ट्वीट से बड़ी घटना घट सकती है. इसके कारण पुलिस पर साइबर अपराधियों को पकड़ने के अलावा इस पर निगरानी का भी दबाव बढ़ रहा है. अक्सर इस तरह के अपराध के भंवर में आजकल के युवा वर्ग फंसते जा रहे हैं.
इसके कारण राज्य के युवाओं से उनका आवेदन है कि खुद को सतर्क रखें जिससे अनजाने में भी इस तरह के जाल में ना फंस सकें. मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में कोलकाता पुलिस के कार्यों की जमकर सराहना की. उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस 365 दिन ड्यूटी पर तैनात रहती है. उनकी ड्यूटी के कारण ही हम सभी त्योहारों का आनंद लेते हैं. पुलिस की किसी भी गलती की जैसे लोग आलोचना करते हैं, उसके साथ उनके अच्छे कार्यों की भी प्रशंसा करें. अपराध दमन व बेहतर ड्यूटी के कारण ही कोलकाता पुलिस विश्व में अपना अलग स्थान रखती है.
पुलिस को अपना काम सही तरीके से करने के लिए उन्हें मानसिक रूप से सहयोग करने के कारण वह सभी पुलिस परिवार के सदस्यों का आभार व्यक्त करती हैं. उनकी सरकार आने के बाद राज्य में पांच नये पुलिस कमिश्नरेट, 90 नये थाने और 30 महिला थाने का निर्माण हुआ है. आगे भी लोगों की सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की संख्या बढ़ाई जायेगी. 15 जुलाई को दार्जिलिंग में राष्ट्रपति के काफिले की एक कार खाई में गिरने की घटना के बाद जिन 10 पुलिस कर्मियों ने प्रमुख रूप से राहत व बचाव कार्य किया था, उन सभी पुलिस कर्मियों को सम्मान पत्र के अलावा 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देकर सीएम ने सम्मानित किया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा कई नेता व मंत्री के साथ कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार व अन्य आइपीएस अधिकारी मौजूद थे.