आरोप है कि सुकुमार का बेटा माणिक बीच-बीच में अपूर्व दास से पैसे मांगता था. आखिर में उसने पांच लाख रुपये मांगे. इसके बाद इस वर्ष चार अप्रैल को अपूर्व ने थाने में शिकायत दर्ज करायी. आरोप यह भी है कि थाने से तीन, चार व पांच मई को आइसी विश्वजीत घोष ने फोन कर कहा कि माणिक को पांच लाख रुपये दे दें, वरना माणिक नियोगी की पत्नी के जरिये धारा 376 के तहत शिकायत दर्ज करायी जायेगी.
आखिर में 27 मई को अपूर्व दास के खिलाफ धारा 376 के तहत शिकायत दर्ज करायी गयी. इसके बाद हाइकोर्ट में अपूर्व दास ने मामला दायर किया. न्यायाधीश दीपंकर दत्ता ने सवाल पूछा कि थाना प्रभारी क्या वसूली करने के लिए बैठे हैं. सात स्थानों पर उनके खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है. उनके खिलाफ क्या मामला शुरू किया गया है? पुलिस महानिदेशक से पूछा जाना चाहिए कि इस संबंध में क्या कदम उठाये गये हैं. मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी.