उन्हें जेल से रिहाई दी जाये. श्री घोष ने पत्र में लिखा है कि उन्होंने अपने सांसद कोटे की 90 लाख रुपये की राशि राज्य के पांच संशोधनागारों प्रेसिडेंसी, अलीपुर, दमदम, उत्तरबंग व मेदिनीपुर में चिकित्सा व्यवस्था की मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिए दिया है, लेकिन अभी तक यह राशि रिलीज नहीं हुई है. चूंकि यह राशि जेल विभाग में मूलभूत सुविधाओं के विकास में खर्च होगी इसलिए जेल मंत्री इस मामले में हस्तक्षेप करें.
इसके साथ ही उन्होंने पत्र में लिखा है कि सहारा श्री सुब्रत राय की लिखी पुस्तकों का प्रकाशन हो रहा है, लेकिन उन्होंने अपने कई लेख व पत्र प्रकाशित करने के लिए जेल अधिकारियों को सौंपा है, लेकिन अभी तक उन्हें रिलीज नहीं किया है. उन्होंने लिखा कि 13 नवंबर को उन्होंने नींद की गोली खायी थी. इस बाबत दो जेल कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था. उन्होंने साफ किया कि उन्होंने खुद ही गोली खायी थी. इसमें जेल कर्मियों का कोई दोष नहीं था इसलिए दोनों को फिर से ड्यूटी पर तैनात किया जाय. इसके साथ ही ममता बनर्जी को फिर से मुख्यमंत्री बनने के लिए शुभकामनाएं दी हैं.