कोलकाता. कन्याश्री, युवाश्री जैसी परियोजनाएं तैयार कर देश भर में मिसाल कायम कर रही पश्चिम बंगाल सरकार ने अब एक नया रिकॉर्ड बनाया है. राज्य को 45 लाख टन धान संग्रह करने का लक्ष्य दिया गया था, जिसमें से अब तक 35 लाख टन धान संग्रह किया जा चुका है. खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक का […]
कोलकाता. कन्याश्री, युवाश्री जैसी परियोजनाएं तैयार कर देश भर में मिसाल कायम कर रही पश्चिम बंगाल सरकार ने अब एक नया रिकॉर्ड बनाया है. राज्य को 45 लाख टन धान संग्रह करने का लक्ष्य दिया गया था, जिसमें से अब तक 35 लाख टन धान संग्रह किया जा चुका है.
खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक का दावा है कि आजादी के बाद अब से पहले कभी इतनी मात्रा में धान का संग्रह नहीं किया गया था. यह एक रिकॉर्ड है. बाकी 10 लाख टन धान के संग्रह का काम भी जल्द ही पूरा कर लिया जायेगा. संग्रह किये गये 35 लाख टन धान में से 16 लाख टन किसानों से संग्रह किया गया है.
खाद्य मंत्री ने बताया कि संग्रह किये गये धान को रखने के लिए वेयर हाउस की क्षमता में भी 10 गुणा इजाफा किया गया है. पांच वर्ष पहले केवल 65 हजार मीट्रिक टन धान ही वेयर हाउस में रखने की क्षमता थी, जो अब बढ़ कर पांच लाख मीट्रिक टन हो गयी है. राज्य के विभिन्न जिलों में 171 कृषि बाजार हैं, इनमें से 60 कृषि बाजारों में धान रखने के लिए वेयर हाउस तैयार किये गये हैं. इसके साथ ही ग्रामीण विद्युतीकरण का काम भी तेजी से बढ़ाया जा रहा है. अब तक पांच करोड़ डिजिटल राशन कार्ड का वितरण हो चुका है.
बाकी तीन करोड़ डिजिटल राशन कार्ड के वितरण का काम भी जल्द ही पूरा कर लिया जायेगा. सरकार राज्य के नौ करोड़ 13 लाख लोगों को दो रुपये प्रति किलो की दर से चावल देगी. इसके लिए सभी जिलों के डीएम को तालिका की जांच कर उसे ठीक करने का निर्देश दिया गया है.